पटना में छात्रों का हंगामा, शिक्षक बहाली को लेकर सड़क पर उतरे अभ्यर्थी
पुलिस का लाठीचार्ज, मुख्यमंत्री आवास मार्च की कोशिश नाकाम
पटना सोमवार को एक बार फिर छात्र आंदोलनों का गवाह बना। STET, BTET और लाइब्रेरियन बहाली की मांग कर रहे अभ्यर्थियों ने मुख्यमंत्री आवास की ओर मार्च निकालने की कोशिश की। पटना कॉलेज परिसर से निकली भीड़ डाकबंगला चौराहे तक पहुंची, जहां पहले से तैनात पुलिस ने उन्हें रोक दिया। इसी दौरान दोनों पक्षों के बीच धक्का-मुक्की हुई और हालात बिगड़ते देख पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया।
छात्रों की गुहार, पुलिस की सख्ती
चौराहे पर बैरिकेडिंग लगाए जाने के बावजूद छात्र आगे बढ़ने पर अड़े रहे। एक अभ्यर्थी तो मजिस्ट्रेट के पैर पकड़कर मुख्यमंत्री आवास तक जाने देने की गुहार करता दिखा। लेकिन पुलिस ने सख्ती दिखाते हुए लाठियां भांजकर भीड़ को तितर-बितर कर दिया। इससे पहले भी इसी स्थान पर अभ्यर्थी कई बार प्रदर्शन कर चुके हैं।
विवाद की जड़ क्या है?
दरअसल, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 4 अगस्त को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर घोषणा की थी कि शिक्षक भर्ती परीक्षा TRE-4 का आयोजन 2025 में और TRE-5 का आयोजन 2026 में होगा। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि STET परीक्षा TRE-5 से पहले कराई जाएगी।
इस घोषणा से हजारों अभ्यर्थियों को निराशा हाथ लगी। उनका कहना है कि वे TRE-4 में शामिल होने की उम्मीद कर रहे थे, लेकिन अब मुख्यमंत्री के ऐलान के मुताबिक STET परीक्षा 2026 से पहले संभव नहीं है। इससे उनकी उम्मीदें टूट गईं।
सरकार का तर्क
वहीं, शिक्षा विभाग का कहना है कि अगर अभी STET परीक्षा आयोजित की गई तो चल रही बहाली प्रक्रिया में और देरी हो जाएगी। विभाग के मुताबिक, TRE-4 और TRE-5 की समयसारणी तय करने का मकसद भर्ती को व्यवस्थित ढंग से पूरा करना है।
नतीजा: नाराज़गी सड़कों पर
सरकार के तर्क और मुख्यमंत्री की घोषणा से असहमत अभ्यर्थी अब लगातार पटना की सड़कों पर प्रदर्शन कर रहे हैं। सोमवार का यह लाठीचार्ज इस बात का संकेत है कि शिक्षक बहाली को लेकर असंतोष आने वाले दिनों में और उग्र हो सकता है।






