“नीतीश कुमार पर है भरोसा”: चिराग पासवान ने कानून-व्यवस्था पर बदला रुख, विपक्ष पर लगाए सियासी भ्रम फैलाने के आरोप
चिराग पासवान ने बिहार में बढ़ते अपराध और बोधगया में एक महिला अभ्यर्थी के साथ हुए सामूहिक बलात्कार की घटना पर गहरी चिंता जताई थी।
बिहार की राजनीति में अचानक एक नया मोड़ आया है, जब केंद्रीय मंत्री और लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के प्रमुख चिराग पासवान ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के प्रति अपना विश्वास जताते हुए कहा, “मुझे नीतीश कुमार और उनके शासन पर भरोसा है।” यह बयान तब आया है जब कुछ ही हफ्ते पहले चिराग ने बिहार की कानून-व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े किए थे।
पहले तीखा हमला, अब नरम रुख
बीते जुलाई महीने में चिराग पासवान ने बोधगया में बिहार सैन्य पुलिस की एक अभ्यर्थी से सामूहिक दुष्कर्म और अन्य अपराधों के मामलों को लेकर राज्य सरकार पर तीखा हमला बोला था। तब उन्होंने कहा था कि उन्हें “कानून-व्यवस्था के मोर्चे पर विफल हो रही सरकार का समर्थन करने पर दुख है।” लेकिन अब उन्होंने साफ किया है कि उनकी टिप्पणी एक जिम्मेदार जनप्रतिनिधि और एनडीए सहयोगी की है, जिसका उद्देश्य सरकार को सुधार के लिए प्रेरित करना था।
एनडीए के साथ मजबूती से खड़े, 225+ सीटें जीतने का दावा
एक मीडिया बातचीत में चिराग पासवान ने यह भी दावा किया कि आगामी विधानसभा चुनाव में एनडीए को बहुमत मिलेगा और “हम 225 से अधिक सीटें जीतकर सरकार बनाएंगे।” उन्होंने कहा कि वह सरकार का हिस्सा हैं और उन्हें जनता के मुद्दे उठाने के लिए एक मंच मिला है।
“विपक्ष कर रहा मेरे बयानों की गलत व्याख्या”
चिराग पासवान ने विपक्षी दलों पर आरोप लगाया कि वे उनके बयानों को तोड़-मरोड़ कर पेश कर रहे हैं ताकि एनडीए में भ्रम और दरार का माहौल पैदा किया जा सके। उन्होंने कहा, “विपक्ष मेरे शब्दों को जानबूझकर बढ़ा-चढ़ाकर पेश करता है ताकि सत्तारूढ़ गठबंधन में मतभेद का संदेश जाए।”
कानून-व्यवस्था पर सरकार को दी सलाह
चिराग ने कहा कि जब उन्हें कानून-व्यवस्था या जनता की समस्याओं से जुड़ा कोई मामला सामने आता है, तो वह सरकार के सामने मजबूती से अपनी बात रखते हैं, ताकि उस पर तुरंत कार्रवाई हो। उन्होंने यह भी जोड़ा कि उनकी मंशा सरकार को कमजोर करना नहीं, बल्कि व्यवस्था में सुधार लाना है।
तेजस्वी यादव पर हमला: “मेरी एमवाई – महिलाएं और युवा”
आरजेडी नेता तेजस्वी यादव पर निशाना साधते हुए चिराग पासवान ने उनकी राजनीति को जातिवादी करार दिया। उन्होंने कहा, “तेजस्वी अब भी अपने ‘एमवाई’ (मुस्लिम-यादव) समीकरण की राजनीति में फंसे हैं, जबकि मेरी एमवाई रणनीति का मतलब महिलाएं और युवा हैं। मैं समावेशी विकास की बात करता हूं, न कि जातिवादी सोच की।”






