उत्तराखंड आपदा: गंगोत्री के पास धराली में बादल फटने से तबाही, खीर गंगा नदी बनी विनाश का कारण
मात्र 30 सेकंड में नदी किनारे बने कई मकान, होटल और दुकानें पानी में बह गईं। बड़े-बड़े पत्थर, लकड़ी के लट्ठे और तेज बहाव के साथ आई बाढ़ ने पूरे धराली क्षेत्र को खाली मैदान में बदल दिया।
उत्तराखंड के उत्तरकाशी ज़िले में स्थित धराली गांव में मंगलवार को भयानक बादल फटने की घटना सामने आई है। इस प्राकृतिक आपदा ने खौफनाक मंजर पैदा कर दिया, जिसमें खीर गंगा नदी का जलस्तर अचानक बढ़ गया और तेज़ बहाव में कई मकान, होटल और होमस्टे बह गए। शुरुआती रिपोर्ट्स के मुताबिक, 50 से 60 लोगों के लापता होने की आशंका है।
क्या हुआ धराली में?
- धराली गांव, गंगोत्री धाम की ओर जाने वाले मार्ग पर एक महत्वपूर्ण पड़ाव है।
- मंगलवार को गांव के ऊपर बादल फटने से खीर गंगा नदी उफान पर आ गई।
- नदी का तेज़ बहाव इतना खतरनाक था कि उसने देखते ही देखते मकानों को ताश के पत्तों की तरह बहा दिया।
- हादसे के वीडियो में साफ दिख रहा है कि कैसे 30 सेकंड के भीतर दर्जनों निर्माण बह गए।
तबाही का आंकलन
- स्थानीय प्रशासन के मुताबिक, कई मजदूरों के मलबे में दबे होने की आशंका है।
- 30 से अधिक मकानों और होटलों को भारी नुकसान पहुंचा है।
- पानी के साथ आए पत्थर और लकड़ियां, विनाश को और भी भयानक बना रहे थे।
राहत और बचाव कार्य जारी
- सेना, पुलिस और SDRF की टीमें तुरंत मौके पर पहुंची और भटवाड़ी से रेस्क्यू अभियान शुरू किया गया।
- मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने घटना पर संज्ञान लेते हुए कहा कि युद्धस्तर पर बचाव कार्य चल रहा है।
- केंद्रीय मंत्री अजय टम्टा ने नुकसान की पुष्टि करते हुए केंद्र की ओर से सहायता का आश्वासन दिया है।
धराली क्यों है महत्वपूर्ण?
- धराली न सिर्फ एक खूबसूरत पर्यटन स्थल है, बल्कि गंगोत्री धाम का शीतकालीन प्रवास स्थल भी माना जाता है।
- खीर गंगा नदी, जो सामान्य दिनों में शांति का प्रतीक होती है, इस आपदा में तबाही का जरिया बन गई।
विशेषज्ञों की चेतावनी
उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने घटना पर गहरी चिंता जताते हुए कहा कि पूरे हिमालयी क्षेत्र को अब राष्ट्रीय आपदा नीति के तहत विशेष ध्यान देने की ज़रूरत है। उन्होंने लगातार हो रही आपदाओं को प्राकृतिक संतुलन बिगड़ने का संकेत बताया।
उत्तराखंड में बादल फटने की घटना के बाद राहत-बचाव तेज, CM धामी ने जताया दुख, मदद के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी:
📞 01374-222126, 01374-222722, 9456556431






