बिहार में बढ़ते अपराध पर गरमाई सियासत, डिप्टी सीएम विजय सिन्हा का बयान – “चुनाव आते ही माहौल बिगाड़ने की साजिश”

पटना:बिहार की राजधानी पटना के एक नामी अस्पताल में बुधवार को दिनदहाड़े हुई हत्या ने एक बार फिर राज्य की कानून-व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। अस्पताल जैसी सुरक्षित जगह में हुई इस वारदात को लेकर विपक्ष सरकार पर हमलावर है, वहीं डिप्टी सीएम विजय सिन्हा ने इसे एक “चुनाव पूर्व माहौल बिगाड़ने की साजिश” करार दिया है।
अस्पताल में मर्डर, बढ़ते अपराध और गैंगवार पर सरकार की सफाई
पटना के अस्पताल में हुई हत्या की घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए डिप्टी सीएम विजय सिन्हा ने कहा, “यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि अस्पताल जैसे स्थान पर भी सुरक्षा में चूक हो रही है। अपराधी चाहे जो भी हो, सरकार उसे बख्शने वाली नहीं है। हम कानून-व्यवस्था को बिगड़ने नहीं देंगे। अपराधी जिस भाषा में बात कर रहे हैं, उन्हें उसी भाषा में जवाब दिया जाएगा।”
उन्होंने आगे कहा, “अगर एनकाउंटर की जरूरत होगी, तो एनकाउंटर होगा। यदि अपराधियों के घर गिराने पड़ें, तो वह भी किया जाएगा।”
14 दिन में 23 मर्डर पर क्या बोले डिप्टी सीएम?
जब डिप्टी सीएम से पूछा गया कि बिहार में पिछले 14 दिनों में 23 हत्याएं हो चुकी हैं, तो उन्होंने कहा, “ऐसा कोई भी केस नहीं है जिसका खुलासा नहीं हुआ हो। 24 से 72 घंटे के अंदर अपराधियों को पकड़ लिया गया है। सरकार पूरी सतर्कता के साथ काम कर रही है।
वकील की हत्या और पारिवारिक साजिश का जिक्र
विजय सिन्हा ने वकील की हत्या के मामले पर भी बात करते हुए कहा कि “इस घटना में मृतक के ही कुछ परिजनों का नाम सामने आया है। पुलिस हर एंगल से जांच कर रही है।”
एडीजी के विवादित बयान पर मचा बवाल
बिहार के एडीजी कुंदन कृष्णन के एक बयान ने नई बहस छेड़ दी है। उन्होंने कहा, “अप्रैल, मई और जून में अपराध के मामले बढ़ जाते हैं। खासकर बरसात से पहले हत्या और गैंगवार की घटनाएं अधिक होती हैं, क्योंकि किसान तब खाली रहते हैं।”
डिप्टी सीएम विजय सिन्हा ने इस बयान से असहमति जताते हुए कहा, “किसानों को अपराध से जोड़ना पूरी तरह अनुचित है। किसान तो हमारे अन्नदाता हैं। उनका अपराध से कोई लेना-देना नहीं है। एडीजी ने किस संदर्भ में यह बात कही, इसकी जांच की जाएगी।”