बिहार चुनाव की तैयारी में जुटा महागठबंधन, तेजस्वी यादव ने जिलाध्यक्षों को दिया खास मिशन

तेजस्वी ने बताया कि राज्यस्तरीय समन्वय समिति के मॉडल पर अब जिला, प्रखंड और बूथ स्तर पर भी समन्वय समितियां बनाई जाएंगी।
पटना: बिहार विधानसभा चुनाव नजदीक आते ही महागठबंधन ने अपनी रणनीति को धार देना शुरू कर दिया है। ‘इंडिया’ गठबंधन समन्वय समिति के अध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने गठबंधन के सभी जिलास्तरीय अध्यक्षों के साथ ऑनलाइन बैठक की और उन्हें वोटर लिस्ट सत्यापन अभियान को सर्वोच्च प्राथमिकता देने का निर्देश दिया।
“एक भी वोटर न छूटे” – तेजस्वी यादव का स्पष्ट संदेश
करीब दो घंटे चली इस वर्चुअल बैठक में तेजस्वी यादव ने कहा कि बिहार में मतदाता सूची का विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) चल रहा है और इस प्रक्रिया में एक भी मतदाता का नाम नहीं कटना चाहिए। उन्होंने कहा कि 2020 के विधानसभा चुनाव में 35 सीटों पर जीत-हार का अंतर 3000 वोट से भी कम था, ऐसे में हर वोट की अहमियत है।
हर स्तर पर बनेगी समन्वय समिति
तेजस्वी ने निर्देश दिया कि राज्य स्तर की तर्ज पर अब प्रखंड और बूथ स्तर तक समन्वय समितियां बनाई जाएंगी, ताकि गठबंधन के सभी छह दलों के कार्यकर्ताओं में बेहतर तालमेल बन सके और चुनावी तैयारी जमीनी स्तर तक मजबूत हो।
दलित, पिछड़े और अल्पसंख्यकों पर खास फोकस
वीआईपी पार्टी प्रमुख मुकेश सहनी ने बैठक में कहा कि कुछ ताकतें जानबूझकर दलित, पिछड़े, अति पिछड़े और अल्पसंख्यक तबकों के वोट काटने की कोशिश कर रही हैं। उन्होंने सभी जिलाध्यक्षों से अपील की कि इन समुदायों के लोगों का फॉर्म भरवाना और उनका नाम वोटर लिस्ट में शामिल करवाना प्राथमिक जिम्मेदारी होनी चाहिए।
जिलाध्यक्षों को सौंपी गई खास जिम्मेदारी
बैठक में यह स्पष्ट किया गया कि यदि इस कार्य में कोई ढिलाई हुई तो चुनावी नतीजों पर इसका गंभीर असर पड़ सकता है। इसलिए सभी घटक दलों के जिलाध्यक्ष इस अभियान को अपनी शीर्ष प्राथमिकता बनाएं और हर संभव प्रयास करें कि कोई मतदाता छूट न जाए।
वरिष्ठ नेताओं की भी रही भागीदारी
इस अहम बैठक में राजद प्रदेश अध्यक्ष मंगनी लाल मंडल, सांसद संजय यादव और पूर्व मंत्री आलोक मेहता ने भी अपने विचार रखे और जिला स्तर पर अभियान की सफलता के लिए जरूरी रणनीति पर बात की।