तेज प्रताप यादव ने बदला पार्टी झंडा, महुआ से चुनाव लड़ने का दिया संकेत

महुआ विधानसभा क्षेत्र में रोड शो करते हुए तेज प्रताप ने न सिर्फ नया झंडा लहराया, बल्कि चुनावी मंशा भी साफ कर दी।
महुआ (बिहार), 11 जुलाई 2025: पार्टी और परिवार से निष्कासित होने के बाद पहली बार जनता के बीच आए लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव ने एक बड़ा राजनीतिक संदेश दिया है। उन्होंने अपनी गाड़ी से आरजेडी का झंडा हटाकर एक नया पीला-हरा झंडा लगाया, जिस पर लालू यादव की तस्वीर अनुपस्थित थी। साथ ही, महुआ दौरे के दौरान उन्होंने इस सीट से चुनाव लड़ने का संकेत दिया, जिससे राजनीतिक हलचल तेज हो गई है.
झंडे में बदलाव: बगावत का प्रतीक
- नया डिजाइन: पीले रंग के झंडे के निचले हिस्से में हरी पट्टी और आरजेडी का चुनाव चिह्न (लालटेन) बना था, लेकिन लालू यादव की फोटो गायब थी। यह झंडा उनकी नई टीम “टीम तेजप्रताप” का प्रतीक बताया जा रहा है 110।
- राजनीतिक संदेश: यह बदलाव उनकी स्वतंत्र राजनीतिक पहचान की ओर इशारा करता है। पार्टी से निष्कासन के बाद यह कदम “बगावत” के रूप में देखा जा रहा है.
महुआ दौरे की मुख्य घटनाएं
मेडिकल कॉलेज का निरीक्षण:
तेज प्रताप ने महुआ के निर्माणाधीन मेडिकल कॉलेज का दौरा किया और कहा, “2015 के चुनावी वादे को पूरा किया है। अब अगली सरकार में महुआ को इंजीनियरिंग कॉलेज भी दिलवाऊंगा”
जनता से संवाद:हरे रंग की टोपी और सिर पर मुरेठा बांधकर किया रोड शो।समर्थकों ने “महुआ का विधायक कैसा हो? तेज प्रताप जैसा हो!” के नारे लगाए
चुनाव लड़ने का संकेत:मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा, “अगर जनता मांग करेगी, तो चुनाव लड़ना पड़ेगा।” हालांकि, यह स्पष्ट नहीं किया कि वे किस पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ेंगे .
राजनीतिक प्रभाव: तेजस्वी और मुकेश रोशन पर दबाव
मौजूदा विधायक की टेंशन: महुआ सीट पर आरजेडी के वर्तमान विधायक मुकेश रोशन (तेजस्वी यादव के करीबी) पहले ही तेज प्रताप के दावे पर रो चुके हैं। इस दौरे से उनकी चिंता बढ़ गई है।परिवारिक विभाजन: तेज प्रताप का महुआ से चुनाव लड़ना सीधे तेजस्वी यादव को चुनौती होगी, क्योंकि यह सीट आरजेडी के अधीन है।
पृष्ठभूमि: क्यों हुए थे निष्कासित?
- मई 2025 में तेज प्रताप ने अनुष्का यादव के साथ 12 साल के “रिश्ते” का खुलासा सोशल मीडिया पर किया था।
- इसके बाद लालू यादव ने उन्हें 6 साल के लिए पार्टी और परिवार से निष्कासित कर दिया। बाद में तेज प्रताप ने “अकाउंट हैकिंग” का दावा किया, लेकिन निर्णय नहीं बदला गया।
भविष्य की रणनीति: ‘टीम तेजप्रताप’
- नए झंडे और “जन संवाद यात्रा” के जरिए उन्होंने अपनी टीम की शुरुआत की है।
- उनकी योजना महुआ और हसनपुर (वर्तमान विधानसभा क्षेत्र) दोनों सीटों पर सक्रियता बनाए रखने की है