गुजरात में भीषण पुल हादसा: वडोदरा-आणंद पुल ढहा, 4 मरे, कई वाहन नदी में गिरे

पुल के टूटने से उस पर चल रहे 4 वाहन नदी में गिर गए, जिसमें 4 लोगों की मौत हो गई और 5 घायल हुए।
वडोदरा/आणंद – गुजरात में सोमवार सुबह एक बड़ा और भयावह हादसा हुआ जब वडोदरा और आणंद जिलों को जोड़ने वाला 45 साल पुराना पुल अचानक ढह गया। यह पुल महिसागर (माही) नदी पर बना था और इसे पादरा-गंभीरा पुल के नाम से जाना जाता है। पुल के ढहने से कई वाहन नदी में गिर गए, जिसमें अब तक 4 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है, जबकि 5 से अधिक लोग घायल बताए जा रहे हैं।
कैसे हुआ हादसा?
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, सुबह के समय पुल पर सामान्य यातायात चल रहा था। उसी समय, पुल का एक हिस्सा अचानक ध्वस्त हो गया, जिससे उस पर चल रहे दो ट्रक, एक बोलेरो और एक जीप सीधे माही नदी में जा गिरे। एक तेल टैंकर का पिछला हिस्सा अब भी पुल पर लटका हुआ है और किसी भी वक्त गिर सकता है।
मौके पर मचा हड़कंप
घटना के बाद मुजपुर और आस-पास के गांवों से बड़ी संख्या में लोग घटनास्थल पर जमा हो गए। पादरा पुलिस और स्थानीय प्रशासन की टीम भी मौके पर पहुंची और तुरंत राहत व बचाव कार्य शुरू कर दिया गया। माही नदी में प्रशिक्षित तैराकों और एनडीआरएफ की टीम ने डूबे हुए वाहनों से लोगों को निकालने का काम शुरू कर दिया।
अब तक तीन लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है, जबकि रेस्क्यू ऑपरेशन अभी भी जारी है।
108 एंबुलेंस, फायर ब्रिगेड और प्रशासन मुस्तैद
घटना की जानकारी मिलते ही 108 एंबुलेंस सेवाओं को सूचित किया गया। घायल लोगों को तत्काल वडोदरा के अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। प्रशासन ने मौके पर फायर ब्रिगेड, स्वास्थ्य विभाग, स्थानीय पुलिस, और तहसील प्रशासन की टीमें भेज दी हैं।
वहीं, नदी में गिरे वाहनों को क्रेनों और रस्सियों की मदद से बाहर निकालने का कार्य जारी है।
स्थानीय लोगों ने लगाया लापरवाही का आरोप
हादसे के बाद स्थानीय लोगों में गहरा आक्रोश देखने को मिला। उन्होंने प्रशासन और लोक निर्माण विभाग (PWD) पर गंभीर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि:
- यह पुल करीब 45 साल पुराना था।
- पिछले कई वर्षों से इसकी हालत जर्जर हो चुकी थी।
- स्थानीय पंचायत और ग्रामवासियों ने बार-बार प्रशासन को मरम्मत की मांग पत्र भेजे लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई।
- भारी वाहनों का आवागमन लगातार हो रहा था, जिससे पुल की हालत और बिगड़ गई थी।