बिहार विधानसभा चुनाव 2025: महागठबंधन ने तैयार की एनडीए के खिलाफ जोरदार रणनीति, महिला कल्याण पर विशेष फोकस

महागठबंधन जल्द ही अपना अंतिम घोषणापत्र जारी करेगा और प्रचार अभियान तेज करेगा। राजद नेता तेजस्वी यादव और कांग्रेस के नेताओं की टीम पूरे राज्य में जनसंपर्क अभियान चलाएगी।
पटना: बिहार में आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर महागठबंधन ने अपनी रणनीति को अंतिम रूप देना शुरू कर दिया है। पटना में हुई गठबंधन की अहम बैठक में साझा चुनावी घोषणापत्र (कॉमन मैनिफेस्टो) को लेकर गंभीर चर्चा हुई। बैठक का मुख्य उद्देश्य एनडीए सरकार को कड़ी चुनौती देने के लिए ठोस और जनहितकारी मुद्दों को एक मंच पर लाना था। इसमें खासतौर से महिलाओं, युवाओं और कमजोर वर्गों के लिए योजनाएं शामिल की गई हैं।
महिलाओं के मुद्दों पर कांग्रेस की विशेष तैयारी
कांग्रेस पार्टी इस बार महिला मतदाताओं को अपने पाले में लाने के लिए खास रणनीति बना रही है। इसके तहत “महिलाओं की बात” नामक राज्यव्यापी अभियान चलाकर प्रखंड से जिला स्तर तक महिलाओं से फीडबैक लिया गया है। इस अभियान की शुरुआत कांग्रेस नेत्री अलका लांबा ने की थी।
संभावित घोषणाओं में शामिल हो सकते हैं:
- आशा कार्यकर्ताओं, जीविका दीदियों, आंगनवाड़ी सेविकाओं और मिड डे मील बनाने वाली महिलाओं के लिए सुविधाओं में बढ़ोतरी
- स्वयं सहायता समूहों को आर्थिक मजबूती देने की योजना
- महिलाओं की आय में वृद्धि, स्वास्थ्य, शिक्षा और सुरक्षा पर ध्यान
- परिवार में महिला की स्वायत्तता को लेकर ठोस कदम
राजद–कांग्रेस का साझा एजेंडा
महागठबंधन के कॉमन मैनिफेस्टो में कई बड़े वादे शामिल किए जाने की संभावना है, जिनमें निम्नलिखित प्रमुख हैं:
- जातीय आरक्षण का प्रतिशत बढ़ाने का प्रस्ताव
- जातीय जनगणना का श्रेय लेकर इसे चुनावी मुद्दा बनाना
- महिलाओं के लिए ‘मईया सम्मान योजना’ के तहत हर महीने ₹2500
- 2000 एकड़ भूमि में वर्ल्ड क्लास यूनिवर्सिटी स्थापित करने का वादा
- मिड डे मील में सभी जातियों के बच्चों को एक गिलास दूध और दो अंडे
- 200 यूनिट मुफ्त बिजली
- 100% डोमिसाइल नीति का वादा
- युवा आयोग का गठन
- नौकरी के लिए आवेदन फ्री, और
- परीक्षा के लिए यात्रा भत्ता देने की घोषणा
सीट शेयरिंग को लेकर मंथन जारी
बैठक में सीट शेयरिंग को लेकर भी चर्चा हुई। यह माना जा रहा है कि सबसे ज्यादा चुनौती कांग्रेस के साथ सीटों को लेकर तालमेल में आ रही है। इस बार कांग्रेस गठबंधन में 50 से 60 सीटों पर चुनाव लड़ने की मांग कर रही है।
वहीं वीआईपी पार्टी भी 40–50 सीटों के साथ-साथ उपमुख्यमंत्री पद की मांग कर सकती है। इन सभी मुद्दों पर गठबंधन में अंतिम सहमति के संकेत मिले हैं और आज इस पर औपचारिक मुहर लग सकती है।