एयर इंडिया की वाइडबॉडी अंतरराष्ट्रीय उड़ानों में 15% कटौती
टाटा समूह के स्वामित्व वाली एयर इंडिया ने एक बड़ा फैसला लेते हुए अपने वाइडबॉडी विमानों से संचालित अंतरराष्ट्रीय सेवाओं में 15% तक कटौती करने की घोषणा की है। यह निर्णय 12 जून को अहमदाबाद से लंदन जा रही फ्लाइट AI171 के भीषण हादसे के बाद लिया गया है, जिसमें 297 लोगों की मौत हुई थी। एयर इंडिया ने यह कदम उड़ान संचालन की स्थिरता बनाए रखने, दक्षता सुधारने और यात्रियों को असुविधा से बचाने के उद्देश्य से उठाया है।
फ्लाइट कटौती की अवधि और कारण
एयर इंडिया ने बताया कि यह कटौती तुरंत प्रभाव से 20 जून तक लागू की जाएगी और कम से कम जुलाई के मध्य तक जारी रहेगी। इस अवधि में एयर इंडिया कुछ विमानों को रिजर्व में रखेगी, ताकि आपात स्थितियों में उनका उपयोग किया जा सके।
कंपनी ने हादसे के अलावा, मध्य पूर्व में जारी राजनीतिक तनाव, यूरोप और पूर्वी एशिया के कुछ देशों में लगे रात के कर्फ्यू, तकनीकी दिक्कतों और मौसम से जुड़ी चुनौतियों को भी इस फैसले का कारण बताया है।
हादसे के बाद की स्थिति
एयर इंडिया ने जानकारी दी कि 12 जून से 17 जून के बीच कंपनी को कुल 83 फ्लाइट्स रद्द करनी पड़ीं, जिनमें से 66 बोइंग 787 विमानों द्वारा संचालित की जा रही थीं। हादसे का शिकार विमान भी बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर था। एयर इंडिया ने बुधवार को भी तीन अंतरराष्ट्रीय उड़ानें रद्द की हैं।
मृतकों को दी श्रद्धांजलि, सुरक्षा की फिर से समीक्षा
एयर इंडिया ने हादसे में जान गंवाने वाले यात्रियों और क्रू मेंबर्स के प्रति गहरा शोक व्यक्त करते हुए कहा कि सुरक्षा मानकों की दोबारा समीक्षा की जा रही है। कंपनी ने यह भी बताया कि जांच DGCA, AAIB और अन्य एजेंसियों के साथ मिलकर की जा रही है और एयरलाइन ने सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देने का संकल्प लिया है।






