Latest बिहार

मुजफ्फरपुर: मालगाड़ी के डिब्बे पटरी से उतरे, बड़ा हादसा टला

मुजफ्फरपुर: बिहार के मुजफ्फरपुर में आज एक बड़ा रेल हादसा टल गया। जंक्शन के पश्चिमी छोर पर एक मालगाड़ी की दो बोगियां पटरी से उतर गईं, जिससे मेन लाइन पर ट्रेनों का आवागमन कुछ देर के लिए प्रभावित हुआ। सौभाग्यवश कोई यात्री ट्रेन इस घटना की चपेट में नहीं आई, जिससे बड़ा नुकसान होते-होते बच गया।

घटना की सूचना मिलते ही सोनपुर मंडल के डीआरएम मौके पर पहुंचे और रेलवे इंजीनियरों के साथ रेस्क्यू व मरम्मत कार्य शुरू करवा दिया गया। रेलवे की टीम ने भारी उपकरणों के साथ तुरंत राहत कार्य शुरू किया और ट्रैक को सामान्य करने की प्रक्रिया जारी है।

हादसे के कारण और प्रभाव
फिलहाल हादसे की वजह स्पष्ट नहीं हो सकी है, लेकिन प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, बोगियां पटरी से उतरने के दौरान तेज आवाज हुई जिससे इलाके में अफरा-तफरी मच गई। रेलवे प्रशासन ने ट्रेनों की आवाजाही को जल्द बहाल करने का भरोसा दिलाया है।

रेलवे ने की अपील
रेलवे ने यात्रियों और आम जनता से अपील की है कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और ट्रेनों की जानकारी रेलवे हेल्पलाइन या संबंधित स्टेशन से प्राप्त करें। रेलवे ने भरोसा दिलाया है कि यातायात जल्द ही सामान्य कर दिया जाएगा।

हाल के रेल हादसे बढ़ा रहे चिंता
इस घटना ने एक बार फिर रेल सुरक्षा पर सवाल खड़े किए हैं। इससे पहले, 9 जनवरी 2025 को राजस्थान के सवाई माधोपुर में मालगाड़ी के चार डिब्बे पटरी से उतर गए थे। वहीं 15 नवंबर 2024 को उत्तर प्रदेश में ट्रेन डिरेल करने की साजिश को समय रहते नाकाम कर दिया गया था।

मुजफ्फरपुर में हुए इस ताज़ा हादसे से भले ही कोई जनहानि नहीं हुई, लेकिन यह रेलवे को सतर्क रहने का एक और संकेत है। फिलहाल शहरवासी इस बात की उम्मीद कर रहे हैं कि ट्रैक की मरम्मत जल्दी हो और सामान्य जीवन दोबारा पटरी पर लौटे।

mahuaanews

About Author

Leave a comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You may also like

चुनाव बिहार बिहार विधानसभा चुनाव 2025

“सीएम बनने की नहीं, बिहार को बदलने की है चाह” — सारण में बोले प्रशांत किशोर

बिहार में विधानसभा चुनाव की तारीख जैसे-जैसे नज़दीक आ रही है, राजनीतिक माहौल गरमाने लगा है। इस सियासी हलचल के
क्राइम बिहार

बीजेपी विधायक मिश्रीलाल यादव को 6 साल पुराने मारपीट केस में न्यायिक हिरासत

करीब छह साल बाद, फरवरी 2025 में अदालत ने विधायक यादव को दोषी ठहराते हुए तीन महीने की सजा और