मोदी सरकार के 11 साल पूरे होने पर BJP अल्पसंख्यक मोर्चा चलाएगा ‘संविधान चौपाल’ अभियान, दरगाहों और मस्जिदों में होंगे कार्यक्रम

यह अभियान 9 जून से दरगाहों, मस्जिदों और अन्य धार्मिक स्थलों पर ‘चौपाल’ के रूप में आयोजित किया जाएगा, जहां संविधान की प्रतियां बांटी जाएंगी और सरकार की नीतियों पर जनता से फीडबैक लिया जाएगा।
नई दिल्ली: मोदी सरकार के 11 साल पूरे होने के अवसर पर बीजेपी अल्पसंख्यक मोर्चा एक विशेष अभियान शुरू करने जा रहा है। इस अभियान के तहत देशभर की दरगाहों, मस्जिदों और अन्य धार्मिक स्थलों पर “चौपाल” का आयोजन किया जाएगा। इस दौरान संविधान की प्रतियां भी लोगों में बांटी जाएंगी ताकि समाज में अधिकारों और कर्तव्यों की बेहतर समझ विकसित की जा सके।
“कुरान के साथ संविधान की भी समझ ज़रूरी” – जमाल सिद्दिकी
बीजेपी अल्पसंख्यक मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जमाल सिद्दिकी ने कहा, “मुसलमान कुरान को तो जानते हैं, लेकिन संविधान की जानकारी कम होती है। अगर देश में खुशहाल और संतुलित जीवन जीना है, तो कुरान और संविधान दोनों का संतुलन ज़रूरी है।”
उन्होंने बताया कि यह अभियान 9 जून से शुरू होगा, जिसमें सरकार की योजनाओं का फीडबैक भी लिया जाएगा, जिसे रिपोर्ट के रूप में सरकार को सौंपा जाएगा।
महिलाओं के सैन्य प्रशिक्षण पर ज़ोर
सिद्दिकी ने महिला सशक्तिकरण पर जोर देते हुए कहा कि इस अभियान के तहत महिलाओं को सैन्य प्रशिक्षण की जरूरत और अग्निवीर योजना की उपयोगिता भी समझाई जाएगी। उन्होंने कहा, “हम महिलाओं से अपील करेंगे कि वे एनसीसी से जुड़ें, अग्निवीर बनें और शारीरिक व मानसिक रूप से सशक्त बनें।”
उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि पहलगाम में महिलाओं में साहस की कमी नहीं थी, लेकिन प्रशिक्षण की कमी उनके सामने बड़ी चुनौती थी। इस कमी को दूर करने के लिए हम सरकार से अनुरोध करेंगे कि मदरसों और स्कूलों में लड़कियों के लिए प्रशिक्षण कोर्स शुरू किए जाएं।
“जनता को मालिक की तरह महसूस कराना है”
बीजेपी नेता का कहना है कि यह अभियान केवल सरकार की योजनाओं का प्रचार नहीं है, बल्कि यह जनता को मालिक की तरह महसूस कराने का प्रयास भी है। उन्होंने कहा, “पहले की सरकारों में ‘जनता मालिक है’ सिर्फ भाषणों तक सीमित था, लेकिन मोदी सरकार में सेवक खुद जनता से पूछने पहुंच रहे हैं कि सेवा में कोई कमी तो नहीं रह गई?”
धार्मिक स्थलों से सामाजिक संवाद की पहल
मस्जिद चौपाल, दरगाह चौपाल और अन्य धार्मिक चौपालों के ज़रिए बीजेपी अल्पसंख्यक मोर्चा समाज के साथ सीधा संवाद कायम करने जा रहा है। यह अभियान न केवल धार्मिक और सामाजिक जुड़ाव को बढ़ाएगा, बल्कि संविधान और नागरिक जिम्मेदारियों की जानकारी और जागरूकता भी फैलाएगा।