बिहार: पटना में मतदाता सूची पुनरीक्षण में लापरवाही पर 7 BLO सस्पेंड, DM ने की कड़ी कार्रवाई
पटना: बिहार में चुनाव प्रक्रिया में लापरवाही अब बर्दाश्त नहीं की जाएगी। पटना जिले में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) कार्य के दौरान लापरवाही बरतने और आदेशों की अनदेखी करने पर जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह जिलाधिकारी ने 7 बीएलओ (बूथ लेवल ऑफिसर) को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। यह सख्त कदम चुनावी पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया है।
किन BLO पर गिरी गाज?
फतुहा विधानसभा क्षेत्र के BLOs:श्रीमती ममता सिंह – शिक्षिका, उत्क्रमित महाविद्यालय शाहपुर (मतदान केंद्र संख्या 30)
अनुपमा – प्राथमिक विद्यालय बोधाचक (मतदान केंद्र संख्या 86)
आरती कुमारी – उत्क्रमित मध्य विद्यालय कमरजी (मतदान केंद्र संख्या 112)
मिन्नी कुमारी – विशिष्ट शिक्षिका, उर्दू प्राथमिक विद्यालय सबलपुर (मतदान केंद्र संख्या 173)
मोकामा विधानसभा क्षेत्र के BLOs:
जितेंद्र कुमार चौधरी – शिक्षक सेवक, कन्या मध्य विद्यालय बड्डूपुर, पंडारक (मतदान केंद्र संख्या 178)
अश्विनी कुमार – शिक्षक, उत्क्रमित मध्य विद्यालय बड्डूपुर, पंडारक (मतदान केंद्र संख्या 178)
राम रतन कुमार – शिक्षक, लक्ष्मी देवी मध्य विद्यालय बड्डूपुर, मोकामा (मतदान केंद्र संख्या 178)
लापरवाही के आरोप क्या थे?
इन बीएलओ पर:निर्वाचन कार्यों में अनियमितता,निर्देशों की अवहेलना,पुनरीक्षण कार्य में शिथिलता
जैसे गंभीर आरोप साबित हुए हैं। जांच में दोषी पाए जाने के बाद यह कार्रवाई की गई।
डीएम ने क्या कहा?
पटना जिलाधिकारी ने स्पष्ट किया कि “मतदाता सूची का पुनरीक्षण एक अत्यंत संवेदनशील और जिम्मेदारी भरा कार्य है। इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही को बिल्कुल भी सहन नहीं किया जाएगा।”उन्होंने यह भी कहा कि चुनावी प्रक्रिया को निष्पक्ष, पारदर्शी और समयबद्ध तरीके से संपन्न कराने के लिए ईमानदारी और कर्तव्यपरायणता अनिवार्य है।
आगे क्या कदम उठाए गए?
पुनरीक्षण कार्य की निगरानी अब और सख्त कर दी गई है।जिला प्रशासन ने गुणवत्ता और समय सीमा के तहत हर BLO के काम की नियमित समीक्षा शुरू कर दी है।भविष्य में इस तरह की लापरवाही दोहराने वालों के खिलाफ भी सख्त अनुशासनात्मक कार्रवाई की चेतावनी दी गई है।






