देश के 8 राज्यों में भारी बारिश का अलर्ट, यूपी-एमपी में बाढ़ जैसे हालात, तमिलनाडु में नदी उफान पर
मौसम विभाग के अनुसार, 6 से 11 अगस्त तक उत्तर भारत और पूर्वोत्तर भारत के कई हिस्सों में भारी बारिश का दौर जारी रहेगा।
नई दिल्लीः देश के कई हिस्सों में मॉनसून ने एक बार फिर रौद्र रूप धारण कर लिया है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने उत्तर भारत से लेकर दक्षिण और पूर्वोत्तर राज्यों तक 8 से अधिक राज्यों में मूसलाधार बारिश और बाढ़ की चेतावनी जारी की है। हिमाचल, उत्तराखंड, यूपी और तमिलनाडु समेत कई राज्यों में हालात बिगड़ सकते हैं।
हिमाचल-उत्तराखंड में अगले 3 दिन भारी
पश्चिमी हिमालयी राज्यों हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में अगले तीन दिनों तक तेज बारिश की संभावना जताई गई है। मौसम विभाग ने उत्तर-पश्चिमी उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के कुछ हिस्सों में अत्यधिक भारी वर्षा (Very Heavy Rainfall) की चेतावनी दी है। हरियाणा, जम्मू-कश्मीर और पश्चिमी यूपी में भी बुधवार को तेज बारिश की संभावना है।
देश के किन हिस्सों में होगी झमाझम बारिश?
मौसम विभाग के अनुसार, 6 से 11 अगस्त के बीच निम्नलिखित राज्यों में भारी बारिश की संभावना है:
- उत्तर भारत: हिमाचल, उत्तराखंड, पश्चिमी यूपी, जम्मू-कश्मीर
- पूर्वोत्तर भारत: अरुणाचल प्रदेश, असम, मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा
- पूर्व भारत: बिहार, पश्चिम बंगाल, सिक्किम, झारखंड
- दक्षिण भारत: तमिलनाडु, केरल, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश
- पश्चिम भारत: गोवा, कोंकण, मराठवाड़ा, मध्य महाराष्ट्र, पश्चिमी मध्य प्रदेश
- इन क्षेत्रों में बिजली कड़कने के साथ तेज बारिश की आशंका है।
तमिलनाडु में बाढ़ का खतरा, नदी उफान पर
तमिलनाडु के कई जिलों में भारी बारिश और बांध से छोड़े गए पानी की वजह से भवानी नदी का जलस्तर खतरे के निशान के ऊपर बह रहा है। पीडब्ल्यूडी और राजस्व विभाग ने भवानीसागर, सत्यमंगलम, गोबीचेट्टीपलयम और भवानी इलाकों के निवासियों को सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दी है।
मध्य प्रदेश में बाढ़ से जनजीवन प्रभावित
मध्य प्रदेश के गुना और शिवपुरी जिलों में हालात चिंताजनक हैं। बाढ़ के कारण कई गांव जलमग्न हो चुके हैं, और राहत-बचाव टीमें मौके पर तैनात की गई हैं। भारी बारिश के चलते नदियों का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है।
उत्तर प्रदेश के 21 जिले बाढ़ से बेहाल
उत्तर प्रदेश में 21 जिले बाढ़ की चपेट में हैं, जिनमें औरैया, वाराणसी, प्रयागराज, गाजीपुर, बलिया और मिर्जापुर शामिल हैं।
- गंगा नदी कई स्थानों पर खतरे के निशान से ऊपर बह रही है
- यमुना और बेतवा नदियां भी औरैया, कालपी, हमीरपुर और प्रयागराज में उफान पर हैं
- प्रयागराज में गंगा-यमुना के जलस्तर में तेजी से वृद्धि के कारण 200 से अधिक गांव और 60 बस्तियां प्रभावित हो चुकी हैं
अगले कुछ दिन सतर्कता जरूरी
भारतीय मौसम विभाग ने लोगों से अपील की है कि वह प्रशासनिक दिशा-निर्देशों का पालन करें और निचले इलाकों में रहने वाले लोग सतर्क रहें। हालात को देखते हुए राहत एजेंसियों को अलर्ट पर रखा गया है।






