पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक का निधन, लंबे समय से चल रहा था इलाज
सत्यपाल मलिक बिहार, गोवा, मेघालय और जम्मू-कश्मीर जैसे राज्यों में राज्यपाल के पद पर रह चुके हैं। हर राज्य में उनकी कार्यशैली और स्पष्टवादिता की चर्चा होती रही।
जम्मू-कश्मीर सहित कई राज्यों के राज्यपाल रह चुके वरिष्ठ राजनेता सत्यपाल मलिक का मंगलवार को दिल्ली के आरएमएल अस्पताल में निधन हो गया। वे 79 वर्ष के थे और पिछले कुछ समय से गंभीर बीमारी से जूझ रहे थे। उनके निधन की जानकारी उनके आधिकारिक एक्स हैंडल के माध्यम से साझा की गई।
लंबे समय से चल रहा था इलाज
सत्यपाल मलिक को 11 मई 2025 को पेशाब से जुड़ी समस्या के कारण अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जांच में सामने आया कि उन्हें किडनी की गंभीर समस्या थी, जिसके चलते उन्हें आईसीयू में रखा गया था। लगातार इलाज के बावजूद उनकी हालत में सुधार नहीं हुआ और मंगलवार को उन्होंने अंतिम सांस ली।
एक अनुभवी और सादगीपूर्ण राजनेता
सत्यपाल मलिक को भारतीय राजनीति में साफगोई और बेबाक राय रखने वाले नेता के तौर पर जाना जाता था। उन्होंने बिहार, गोवा, मेघालय और जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल पद पर कार्य किया और विभिन्न संवेदनशील दौर में प्रशासनिक जिम्मेदारी निभाई।
धारा 370 हटाने के समय थे जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल
सत्यपाल मलिक उस समय जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल थे, जब केंद्र सरकार ने 5 अगस्त 2019 को अनुच्छेद 370 को हटाकर राज्य का विशेष दर्जा समाप्त कर दिया था। इस ऐतिहासिक फैसले के बाद जम्मू-कश्मीर में प्रशासनिक और सुरक्षा संबंधी कई बड़े बदलाव हुए। इस दौरान मलिक की भूमिका को निर्णायक माना गया।
नेताओं और जनता में शोक की लहर
मलिक के निधन पर राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, गृहमंत्री सहित कई प्रमुख नेताओं ने गहरा शोक जताया है। सोशल मीडिया पर भी उन्हें श्रद्धांजलि देने वालों की लंबी कतार देखी जा रही है। राजनीतिक गलियारों में इसे एक सादगीपूर्ण और सशक्त राजनीतिक युग का अंत बताया जा रहा है।
अंतिम संस्कार की तैयारी
परिवार और करीबी सूत्रों के अनुसार, सत्यपाल मलिक के पार्थिव शरीर को अंतिम दर्शन के लिए दिल्ली में रखा जाएगा, जिसके बाद उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।






