Latest भारत राजनीति

BJP जल्द करेगी चार राज्यों में नए प्रदेश अध्यक्षों की घोषणा, जानें किसका नाम है रेस में आगे

पार्टी सूत्रों के मुताबिक, इन राज्यों में संगठनात्मक बदलाव की प्रक्रिया अंतिम चरण में है और जल्द ही नए चेहरों का ऐलान किया जा सकता है।

भारतीय जनता पार्टी (BJP) आने वाले दिनों में उत्तर प्रदेश, गुजरात, कर्नाटक और त्रिपुरा के नए प्रदेश अध्यक्षों के नाम का ऐलान करने जा रही है। पार्टी सूत्रों के अनुसार, इन चारों राज्यों में संगठनात्मक बदलाव की प्रक्रिया अंतिम चरण में है और जल्द ही इन पदों पर नई नियुक्तियां की जाएंगी।

उत्तर प्रदेश BJP अध्यक्ष: भूपेंद्र चौधरी का कार्यकाल खत्म

उत्तर प्रदेश में फिलहाल भूपेंद्र सिंह चौधरी प्रदेश अध्यक्ष हैं, लेकिन उनका कार्यकाल समाप्त हो चुका है। जल्द ही उनके उत्तराधिकारी का नाम घोषित किया जाएगा। यह राज्य भाजपा के लिए सबसे अहम है, इसलिए इस पद पर किसी प्रभावशाली और संगठन में मजबूत पकड़ वाले नेता की ताजपोशी की संभावना है।

गुजरात BJP अध्यक्ष का ऐलान भी जल्द

गुजरात में भी प्रदेश अध्यक्ष के चयन की प्रक्रिया तेजी से आगे बढ़ रही है। सूत्रों की मानें तो अगले 1-2 दिनों के भीतर नए अध्यक्ष का नाम सार्वजनिक किया जा सकता है। गुजरात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह का गृह राज्य होने के कारण राजनीतिक दृष्टि से बेहद अहम माना जाता है।

कर्नाटक में देरी, लेकिन जल्द होगी घोषणा

कर्नाटक में संगठनात्मक चुनावों में देरी के कारण अभी तक नया अध्यक्ष नियुक्त नहीं हो पाया है। हालांकि पार्टी के अंदरूनी सूत्रों के अनुसार, यहां भी जल्द ही प्रदेश अध्यक्ष का चयन किया जाएगा। कर्नाटक दक्षिण भारत में भाजपा के लिए बड़ा राजनीतिक केंद्र है।

त्रिपुरा BJP: राजीव भट्टाचार्य की जगह नए चेहरे की तलाश

त्रिपुरा में अभी राजीव भट्टाचार्य पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष हैं, जो 2022 से इस पद पर हैं। उन्होंने माणिक साहा की जगह यह जिम्मेदारी संभाली थी। अब यहां भी भाजपा संगठन में बदलाव की संभावना जताई जा रही है और जल्द ही नए अध्यक्ष की घोषणा हो सकती है।

राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव से पहले जरूरी है संगठनात्मक बदलाव

BJP के संविधान के अनुसार, राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव तभी संभव है जब कम से कम 50% राज्यों में प्रदेश अध्यक्षों के संगठनात्मक चुनाव पूरे हो जाएं। इसलिए इन चारों राज्यों में नए प्रदेश अध्यक्षों की नियुक्ति को राष्ट्रीय नेतृत्व की रणनीति का अहम हिस्सा माना जा रहा है।

mahuaanews

About Author

Leave a comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You may also like

भारत

India-China:चीन-पाक की खतरनाक सांठगांठ, अरुणाचल में नाम बदलने की नई साजिश, ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत पर दबाव की कोशिश

India-China:चीन अपनी पुरानी चालबाजियों के साथ फिर से मैदान में है। बीजिंग न केवल पाकिस्तान को सैन्य और आर्थिक मदद