गया में बाढ़ का कहर: फल्गु और मुहाने नदियों के उफान से आधा दर्जन गांव जलमग्न, प्रशासन राहत कार्य में जुटा

गया (बिहार):बिहार के गया जिले में बाढ़ जैसी स्थिति बन गई है। लगातार हो रही बारिश और नदियों के जलस्तर में वृद्धि के कारण जिले के कई गांव जलमग्न हो गए हैं। फल्गु और मुहाने नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं, जिससे शेरघाटी, बाके बाजार, मोहरा, बतसपुर जैसे इलाकों में बाढ़ का पानी घरों में घुस गया है। दर्जनों लोग जलभराव में फंसे हुए हैं, जिन्हें निकालने के लिए जिला प्रशासन द्वारा बचाव और राहत कार्य तेज़ी से चलाए जा रहे हैं।
लगातार बारिश और झारखंड की नदियों से आया सैलाब
गया के सीमावर्ती झारखंड राज्य में भारी बारिश के चलते वहां की नदियों का पानी सीधे फल्गु और मुहाने नदियों में आ रहा है। इसके अलावा गया में भी लगातार हो रही बारिश के कारण जिले की अधिकांश नदियां अपने अधिकतम जलस्तर से 50-60 सेंटीमीटर ऊपर बह रही हैं। यही वजह है कि नदी किनारे बसे गांवों में पानी प्रवेश कर चुका है, जिससे जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है।
ये गांव आए बाढ़ की चपेट में
अब तक जिन गांवों से बाढ़ की सूचना मिली है, उनमें शेरघाटी, मोहरा, बाके बाजार और बतसपुर जैसे क्षेत्र प्रमुख हैं। प्रशासन द्वारा इन इलाकों से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर स्थानीय प्रशासन की टीमों द्वारा रेस्क्यू कर निकाला जा रहा है।
जिला प्रशासन ने किया अलर्ट जारी
गया के जिला पदाधिकारी शशांक शुभंकर ने सभी अनुमंडल पदाधिकारी, अंचल अधिकारी और प्रखंड विकास पदाधिकारी को बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में कैंप करने के निर्देश दिए हैं। अधिकारी मौके पर मौजूद रहकर हालात की निगरानी कर रहे हैं। राहत कार्य के तहत जिला प्रशासन द्वारा जल्द ही जरूरतमंदों के लिए सामुदायिक किचन की व्यवस्था की जा रही है।
हर 2 घंटे पर मापा जा रहा जलस्तर
बाढ़ नियंत्रण विभाग द्वारा जिले की सभी नदियों के जलस्तर पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है। हर 2 घंटे पर जलस्तर को मापा जा रहा है, ताकि स्थिति पर समय रहते नियंत्रण पाया जा सके। प्रशासन की ओर से यह भी बताया गया कि अब तक कहीं से जानमाल की क्षति की सूचना नहीं मिली है, लेकिन अगर जरूरत पड़ी तो तुरंत राहत और बचाव के कदम उठाए जाएंगे।
लोगों से की गई अपील
प्रशासन ने नदी किनारे बसे ग्रामीणों से अपील की है कि वे सतर्क रहें, अफवाहों से बचें और किसी भी आपात स्थिति में स्थानीय प्रशासन से संपर्क करें। सभी संबंधित एजेंसियों को हाई अलर्ट पर रखा गया है।