बिहार चुनाव से पहले कांग्रेस अलर्ट मोड में, राहुल गांधी ने कार्यकर्ताओं को SIR पर सतर्क रहने का दिया निर्देश

बिहार कांग्रेस के नेताओं के साथ हुई बैठक में उन्होंने जोर देकर कहा कि “बूथ स्तर के अधिकारियों (BLO) की हर गतिविधि पर नजर रखें, ताकि घुसपैठियों या रोहिंग्या के नाम पर असली मतदाताओं का नाम सूची से न काटा जाए।”
पटना: 2025 में होने वाले बिहार विधानसभा चुनाव से पहले राजनीतिक दल अपनी तैयारियों में जुट गए हैं। इस बीच कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (Special Intensive Revision – SIR) को लेकर पार्टी कार्यकर्ताओं को सतर्क रहने की हिदायत दी है। उन्होंने BLO (Booth Level Officer) की हर गतिविधि पर नजर रखने की अपील की है।
SIR के बहाने वोटर लिस्ट में छेड़छाड़ की आशंका: राहुल गांधी
14 जुलाई को हुई बिहार कांग्रेस की बैठक में राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि चुनाव आयोग द्वारा SIR की प्रक्रिया के जरिए “असली मतदाताओं को बाहर कर घुसपैठियों के नाम जोड़ने” की कोशिश की जा रही है। उन्होंने कहा, “बीजेपी लगातार संविधान पर हमला कर रही है। महाराष्ट्र में चुनाव चोरी की गई, बिहार में भी वैसी ही साजिश रची जा रही है।”
उन्होंने आरोप लगाया कि महाराष्ट्र में लोकसभा और विधानसभा चुनाव के बीच एक करोड़ नए मतदाता जुड़ गए, लेकिन चुनाव आयोग ने न तो इसकी जानकारी दी और न ही कांग्रेस को वोटर लिस्ट या वीडियो उपलब्ध कराए।
BLO की गतिविधियों पर रखी जाए पैनी नजर
बैठक में राहुल गांधी ने कार्यकर्ताओं से कहा कि वे जमीनी स्तर पर BLO की गतिविधियों पर नजर रखें ताकि किसी भी वैध मतदाता का नाम वोटर लिस्ट से न काटा जाए। उन्होंने चेताया कि यह सिर्फ बिहार तक सीमित नहीं रहेगा, आने वाले समय में ऐसी प्रक्रिया बंगाल, असम और अन्य राज्यों में भी लागू की जा सकती है।
राजद से सीट बंटवारे को लेकर सम्मानजनक समझौते की बात
बैठक के दौरान राहुल गांधी ने गठबंधन सहयोगी राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के साथ सीट बंटवारे को लेकर भी चर्चा की। उन्होंने कांग्रेस नेताओं को निर्देश दिया कि वे ऐसा फॉर्मूला तैयार करें जो पार्टी के लिए “सम्मानजनक और संतुलित” हो। राहुल गांधी का यह बयान महागठबंधन में सीटों के संतुलन को लेकर हो रही चर्चाओं के बीच महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
बिहार कांग्रेस की रणनीति पर मंथन
इस एक घंटे की बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और अन्य वरिष्ठ नेताओं की मौजूदगी में SIR से जुड़ी रणनीति और कार्यकर्ताओं की भूमिका पर चर्चा की गई। पार्टी का मानना है कि यदि मतदाता सूची की प्रक्रिया पारदर्शी नहीं रही तो चुनाव में उसका सीधा असर पड़ेगा।
कब होंगे बिहार विधानसभा चुनाव?
बिहार विधानसभा का मौजूदा कार्यकाल 22 नवंबर 2025 को समाप्त हो रहा है। संविधान के तहत भारत निर्वाचन आयोग (ECI) को उससे पहले चुनाव प्रक्रिया पूरी करनी होगी। चुनाव संभवतः अक्टूबर या नवंबर 2025 में हो सकते हैं। माना जा रहा है कि मतदान की तारीखें दिवाली और छठ पर्व को ध्यान में रखकर तय की जाएंगी। आमतौर पर बिहार में चुनाव दो से तीन चरणों में कराए जाते हैं।