RJD विधायक रीतलाल यादव की जेल में अचानक तबीयत बिगड़ी, पत्नी ने लगाया ‘जानलेवा साजिश’ का आरोप

रीतलाल यादव पर खगौल थाना क्षेत्र में एक बिल्डर से 50 लाख रुपये की रंगदारी मांगने का आरोप है। 17 अप्रैल को उन्होंने दानापुर कोर्ट में आत्मसमर्पण किया था।
भागलपुर/पटना: राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के विधायक रीतलाल यादव की तबीयत सोमवार देर रात भागलपुर जेल में अचानक खराब हो गई, जिसके बाद उन्हें मायागंज मेडिकल कॉलेज अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में भर्ती कराया गया। इस घटना के बाद उनकी पत्नी रिंकू देवी ने सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए इसे सुनियोजित हत्या की साजिश बताया है।
रात में बिगड़ी तबीयत, अस्पताल में भर्ती
जानकारी के अनुसार, रीतलाल यादव की तबीयत रात करीब 9:30 बजे बिगड़ गई। जेल प्रशासन ने तुरंत उन्हें इलाज के लिए अस्पताल भेजा। हालांकि, अब तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि उनकी तबीयत किस कारण से बिगड़ी। अस्पताल में डॉक्टरों की एक टीम उनकी निगरानी में इलाज कर रही है।
पत्नी ने वीडियो जारी कर जताई आशंका
इस घटना के बाद रीतलाल यादव की पत्नी रिंकू देवी ने एक वीडियो संदेश जारी किया जिसमें उन्होंने आरोप लगाया कि
“मेरे पति की जेल में हत्या की साजिश रची जा रही है। सरकार हमारे पूरे परिवार को प्रताड़ित कर रही है। हम असुरक्षित महसूस कर रहे हैं।”
उन्होंने कहा कि यह सब एक राजनीतिक साजिश के तहत किया जा रहा है ताकि उन्हें और उनके पति को चुप कराया जा सके।
पहले भी विवादों में रहे हैं रीतलाल यादव
गौरतलब है कि 17 अप्रैल 2025 को रीतलाल यादव ने दानापुर कोर्ट में आत्मसमर्पण किया था। उन पर खगौल थाना क्षेत्र के एक बिल्डर से 50 लाख रुपये रंगदारी मांगने और धमकी देने का आरोप है। इस मामले में पटना पुलिस ने उनके 11 ठिकानों पर छापेमारी की थी, जिसमें:
- ₹10.5 लाख नकद
- ₹77 लाख के ब्लैंक चेक
- चार पेन ड्राइव
- कई संदिग्ध दस्तावेज बरामद हुए थे।
हाई-सिक्योरिटी जोन में थे बंद
सरेंडर के बाद उन्हें बेऊर जेल भेजा गया था, लेकिन सुरक्षा कारणों से कुछ समय बाद उन्हें भागलपुर के विशेष केंद्रीय कारा में स्थानांतरित किया गया। यहां उन्हें हाई-सिक्योरिटी जोन के टी-सेल में रखा गया, जहां पहले भी कई चर्चित कैदियों को रखा जा चुका है।
मामला बना संवेदनशील, सुरक्षा एजेंसियां सतर्क
रीतलाल यादव की तबीयत बिगड़ने और उनकी पत्नी के आरोपों के बाद यह मामला अब राजनीतिक रूप से संवेदनशील बन चुका है। प्रशासन ने उनकी सुरक्षा को लेकर विशेष सतर्कता बरती है, जबकि मेडिकल टीम लगातार उनकी स्थिति पर नजर बनाए हुए है।