नीतीश कुमार की पहल, राघोपुर दियारा बनेगा बिहार की पहली आईटी सिटी – बदलेगी तस्वीर

पटना: राजधानी पटना के समीप स्थित राघोपुर दियारा, जो विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव का विधानसभा क्षेत्र है, अब विकास की नई इबारत लिखने को तैयार है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के निर्देश पर इस क्षेत्र को बिहार की पहली आईटी सिटी, लॉजिस्टिक हब और आधुनिक टाउनशिप के रूप में विकसित किया जाएगा। सिंगापुर मॉडल पर आधारित इस योजना से न केवल दियारा क्षेत्र का कायाकल्प होगा, बल्कि यह बिहार के शहरी विकास को भी नई दिशा देगा।
क्या होगा खास?
- बिहार की पहली आईटी सिटी का निर्माण
- औद्योगिक क्षेत्र, लॉजिस्टिक हब और आईटी पार्क की स्थापना
- आधुनिक टाउनशिप के साथ स्मार्ट शहरी विकास
- गंगा किनारे पर्यटन और आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा
हाईलेवल कमेटी ने किया सर्वे
इस योजना को मूर्त रूप देने के लिए एक उच्चस्तरीय समिति ने राघोपुर और आसपास के इलाकों का भौतिक सर्वेक्षण किया है। इस समिति में पथ निर्माण विभाग के विशेष सचिव शीर्षत कपिल अशोक, जल संसाधन विभाग के यशपाल मीणा, राजस्व विभाग के अजीव वत्स राज और नगर विकास विभाग के अपर सचिव राजीव कुमार श्रीवास्तव शामिल थे। अधिकारियों ने गंगा के उत्तरी तट से चकसिकंदर तक के क्षेत्र का दौरा कर विकास की संभावनाएं तलाशीं।
बाढ़ सुरक्षा और सतत विकास
दियारा क्षेत्र में बाढ़ एक बड़ी समस्या है, इसलिए नए बांधों और जल निकासी व्यवस्था पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। इसके अलावा, हरित ऊर्जा, पर्यावरण अनुकूल भवन और स्मार्ट ट्रांसपोर्ट सिस्टम को प्राथमिकता दी जाएगी।
युवाओं को मिलेंगे रोजगार के अवसर
इस प्रोजेक्ट से हजारों नौकरियां पैदा होंगी, खासकर आईटी, लॉजिस्टिक्स और मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में। स्थानीय युवाओं को प्रशिक्षण देकर रोजगार से जोड़ने की भी योजना है।यह परियोजना न सिर्फ राघोपुर को बदलेगी, बल्कि पूरे बिहार के लिए एक मॉडल शहरी विकास योजना बनेगी।