‘मन की बात’ एपिसोड 123: योग की कामयाबी, इमरजेंसी पर आलोचना, और देश की उपलब्धियों का पीएम मोदी ने किया जिक्र

प्रधानमंत्री ने अमरनाथ यात्रा और जगन्नाथ रथ यात्रा का भी जिक्र किया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ के 123वें एपिसोड में देशवासियों से संवाद करते हुए योग दिवस की सफलता, सामाजिक योजनाओं के लाभ, और देश की स्वास्थ्य व पर्यावरण संबंधी उपलब्धियों को रेखांकित किया। उन्होंने साथ ही आपातकाल (Emergency) के दौर को भारत के लोकतंत्र के लिए काले अध्याय के रूप में याद किया।
योग दिवस की भव्यता पर चर्चा
पीएम मोदी ने 21 जून को मनाए गए अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की सफलता को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि यह दिन अब एक वैश्विक आंदोलन बन गया है, और हर साल इसकी भव्यता बढ़ती जा रही है। उन्होंने तेलंगाना में दिव्यांगजनों और कश्मीर में सैनिकों द्वारा योग किए जाने का उदाहरण देते हुए इसे संवेदनशील भारत की पहचान बताया।
तीर्थ यात्रियों को शुभकामनाएं
प्रधानमंत्री ने अमरनाथ यात्रा, जगन्नाथ रथ यात्रा और कैलाश पर्वत की तीर्थ यात्रा का उल्लेख करते हुए तीर्थयात्रियों की सहायता में जुटे लोगों की सराहना की। उन्होंने कहा कि ये यात्राएं केवल धार्मिक ही नहीं, बल्कि भारतीय एकता और सेवा भावना का उदाहरण भी हैं।
भारत अब ट्रैकोमा-मुक्त देश
पीएम मोदी ने बताया कि भारत ने आंखों की बीमारी ‘ट्रैकोमा’ को पूरी तरह समाप्त कर दिया है, जिसे विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने मान्यता दी है। उन्होंने कहा कि यह केवल इलाज की सफलता नहीं, बल्कि बीमारी के कारणों को मिटाने की जीत है।
64% आबादी को मिल रही सामाजिक सुरक्षा
इंटरनेशनल लेबर ऑर्गनाइजेशन (ILO) की एक रिपोर्ट का हवाला देते हुए पीएम मोदी ने कहा कि आज भारत की 64% आबादी को किसी न किसी सामाजिक सुरक्षा योजना का लाभ मिल रहा है, जो 2014 से पहले बहुत कम था। उन्होंने इसे जन-कल्याण के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता का परिणाम बताया।
इमरजेंसी को बताया लोकतंत्र पर हमला
प्रधानमंत्री ने 1975 में लगाए गए आपातकाल की कड़ी आलोचना की। उन्होंने कहा कि उस दौरान अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को कुचल दिया गया था, लेकिन भारत की जनता ने लोकतंत्र की रक्षा की और तानाशाही मानसिकता को हराया। पीएम मोदी ने देशवासियों से आग्रह किया कि वे इस संघर्ष को न भूलें, ताकि भविष्य में संविधान पर कोई आंच न आए।
ऐरी सिल्क और कलबुर्गी रोटी की तारीफ
पीएम ने मेघालय के ऐरी सिल्क की विशेषताओं का उल्लेख किया, जिसे अब GI टैग मिल चुका है। उन्होंने कहा कि यह रेशम शीत में गर्म और गर्मियों में ठंडक देता है, और खास बात यह है कि इसे बनाने में कीड़ों को नहीं मारा जाता। पीएम ने सभी से अपील की कि स्थानीय उत्पादों को प्राथमिकता दें।
साथ ही उन्होंने कर्नाटक के कलबुर्गी की महिला उद्यमी और मध्य प्रदेश की सूमा उइके की प्रेरणादायक कहानियां भी साझा कीं, जिन्होंने अपने छोटे प्रयासों से आत्मनिर्भरता की मिसाल कायम की।
अहमदाबाद के ‘सिंदूर वन’ और पुणे का वन समर्पण
पीएम मोदी ने अहमदाबाद नगर निगम द्वारा बनाए गए ‘सिंदूर वन’ की चर्चा की, जिसे ऑपरेशन सिंदूर के वीर जवानों को समर्पित किया गया है। साथ ही, पुणे के एक व्यक्ति के प्रयासों का जिक्र किया, जो अपने पूरे परिवार के साथ हर सप्ताह जंगल में जाकर पौधे लगाते हैं और जल स्रोत बनाते हैं। इससे वहां पक्षियों की वापसी हुई है और पर्यावरण में सुधार आया है।
अपने संबोधन के अंत में पीएम मोदी ने भारत के अंतरिक्ष मिशन का जिक्र किया और युवा शुभांशु शुक्ला की उपलब्धियों की सराहना की, जो अब देश की प्रतिभा और जज्बे का प्रतीक बन चुके हैं।