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केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी की बेटी पुष्पा मांझी ने महादलित बस्ती में बांटे छाते, बोलीं – “ये कोई राजनीति नहीं, समाज कल्याण की भावना है”

गया (बिहार): केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी की बेटी पुष्पा मांझी ने महादलित बस्ती में बांटे छाते, बोलीं – “ये कोई राजनीति नहीं, समाज कल्याण की भावना है”बिहार के गया जिले में एक सराहनीय और भावनात्मक दृश्य तब सामने आया, जब केंद्रीय मंत्री और पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी की बेटी पुष्पा मांझी ने अपने पिता के सामाजिक सरोकारों की परंपरा को आगे बढ़ाते हुए महादलित बस्तियों में जाकर जरूरतमंदों के बीच छाते वितरित किए।

गया के विभिन्न महादलित टोलों में आयोजित इस कार्यक्रम में बारिश के मौसम को देखते हुए बुजुर्गों, महिलाओं और बच्चों को छाते दिए गए ताकि वे खुद को मौसम की मार से बचा सकें। इस पहल की स्थानीय स्तर पर काफी सराहना हुई।

“ये समाज सेवा है, राजनीति नहीं” – पुष्पा मांझी
छाता वितरण के बाद मीडिया से बात करते हुए पुष्पा मांझी ने स्पष्ट शब्दों में कहा,

कि यह काम राजनीतिक प्रचार के लिए नहीं, बल्कि सामाजिक कल्याण के उद्देश्य से किया गया है। मैं अपने पिता के सिद्धांतों पर चल रही हूं, जिन्होंने हमेशा वंचितों के हक की बात की है।

उन्होंने आगे कहा कि महादलित समुदाय वर्षों से उपेक्षा का शिकार रहा है और ऐसे छोटे-छोटे प्रयासों से उन्हें यह एहसास कराया जा सकता है कि समाज और व्यवस्था उनके साथ है।

मौसम की मार में राहत का अहसास
पिछले कुछ दिनों से गया जिले में रुक-रुक कर बारिश हो रही है। खुले में रहने वाले या कमजोर घरों में रहने वाले महादलित परिवारों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे में छाते पाकर लोग खुश और भावुक दोनों दिखे।

एक महादलित महिला ने कहा,

“पैसा नहीं है कि छाता खरीद सकें। अब जब घर से बाहर निकलते हैं, तो कम से कम बारिश से बचने का सहारा मिल गया।”

स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया
छाता वितरण को लेकर स्थानीय जनता ने पुष्पा मांझी की सराहना की। कई लोगों ने कहा कि यह काम उनके दिल को छू गया। गांव के बुजुर्गों ने पुष्पा मांझी को आशीर्वाद दिया और कहा कि उन्होंने मांझी परिवार की “जनसेवा” की परंपरा को ज़िंदा रखा है।

पुष्पा मांझी की सक्रियता – भविष्य की भूमिका का संकेत?
हालांकि पुष्पा मांझी ने इस कार्यक्रम को गैर-राजनीतिक बताया, मगर राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यह उनकी सामाजिक सक्रियता और संभावित राजनीतिक प्रवेश का संकेत हो सकता है। जीतन राम मांझी के परिवार की राजनीतिक पकड़ गया और आसपास के इलाकों में मजबूत रही है। ऐसे में पुष्पा मांझी की उपस्थिति आने वाले चुनावों में महत्वपूर्ण हो सकती है।

पुष्पा मांझी द्वारा महादलित समुदाय के बीच किया गया यह कार्य सिर्फ छाता वितरण नहीं, बल्कि संवेदनशील नेतृत्व, सामाजिक जिम्मेदारी और ज़मीनी जुड़ाव का प्रतीक बन गया है। उन्होंने यह दिखाया कि अगर इच्छा हो तो छोटे-छोटे प्रयासों से भी समाज में सकारात्मक बदलाव लाया जा सकता है।

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