बिहार: एनडीए में सीट बंटवारे का फॉर्मूला तय, BJP-जदयू को मिलेंगी 200 सीटें

बिहार विधानसभा चुनाव के लिए राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) लोकसभा चुनाव के फॉर्मूले के आधार पर सीटों का बंटवारा करने की दिशा में बढ़ रहा है. इस फॉर्मूले के तहत भाजपा और जदयू को मिलाकर करीब 200 सीटें मिल सकती हैं, जबकि लोजपा (रामविलास), हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) और राष्ट्रीय लोक मोर्चा (आरएलएम) को शेष 43 सीटें दी जा सकती हैं.
लोकसभा चुनाव में भाजपा-जदयू ने 12-12, लोजपा ने 5 और हम ने 1 सीट पर जीत दर्ज की थी. प्रति लोकसभा सीट के अनुपात में विधानसभा की 8 सीटें तय करने से लोजपा को सबसे अधिक लाभ होने की संभावना है. लोजपा की सभी सीटों पर जीत से उसे 30 विधानसभा सीटें मिल सकती हैं, जबकि हम और आरएलएम को मिलकर लगभग 12 सीटें मिलने की उम्मीद है.
भाजपा-जदयू इस फॉर्मूले को अंतिम रूप देने से पहले अपने सहयोगी दलों—चिराग पासवान की लोजपा और जीतनराम मांझी की हम—से बातचीत करेंगे. हालांकि मांझी 30 सीटों की मांग कर रहे हैं, जिससे सहमति बनाना चुनौतीपूर्ण हो सकता है.
सूत्रों के मुताबिक मुख्यमंत्री चेहरा नीतीश कुमार ही होंगे और चुनाव प्रधानमंत्री मोदी और नीतीश के नाम पर लड़ा जाएगा. नीतीश के स्वास्थ्य को मुद्दा बनाना राजद को भारी पड़ सकता है, ऐसा भाजपा का मानना है.
इधर, एनडीए के भीतर आरएलएम प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा की स्थिति कमजोर हो सकती है, क्योंकि वे अपनी लोकसभा सीट हार चुके हैं. ऐसे में उन्हें अधिकतम चार सीटें ही मिल सकती हैं.
वहीं, विपक्षी महागठबंधन के सामने एआईएमआईएम की गठबंधन पेशकश ने असमंजस की स्थिति पैदा कर दी है. सीमांचल में मजबूत होती ओवैसी की पार्टी को राजद और कांग्रेस भाजपा की बी टीम बता रहे हैं, जिससे गठबंधन पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं.