शिक्षा ACS का बड़ा ऐलान: गप्पेबाज शिक्षक बॉर्डर पर जाएंगे, ट्रांसफर पूरी तरह स्वचालित

बिहार के सरकारी शिक्षकों के लिए शिक्षा विभाग ने सख्त चेतावनी जारी की है अपर मुख्य सचिव (शिक्षा) डॉ. एस सिद्धार्थ ने स्पष्ट किया है कि यदि कोई शिक्षक स्कूल में पढ़ाई के समय गप्पे लड़ाते पाए गए, तो उन्हें बॉर्डर वाले इलाकों में तत्काल ट्रांसफर कर दिया जाएगा.
यह चेतावनी शनिवार को साप्ताहिक कार्यक्रम “शिक्षा की बात हर शनिवार” के 17वें एपिसोड में दी गई. यह कार्रवाई पटना की निवासी नीना गुप्ता की शिकायत पर होगी, जिसने व्हाट्सएप पर बताया था कि उनके बच्चे के स्कूल में शिक्षक पढ़ाने नहीं आते और गप्पे लड़ाते हैं, जिससे बच्चे खाली बैठे रहते हैं. एसीएस ने इसकी तुरंत जांच के आदेश दिए और दोषी पाए जाने पर बॉर्डर ट्रांसफर की बात कही.
ट्रांसफर प्रक्रिया में पारदर्शिता
एक शिक्षक द्वारा पैसे लेकर पोस्टिंग दिलाने के झांसे की शिकायत पर एसीएस ने कहा कि अब ट्रांसफर प्रक्रिया पूरी तरह से स्वचालित और कोडेड सॉफ्टवेयर के जरिये की जा रही है, जिसमें कोई बाहरी दखल संभव नहीं है. उन्होंने इसे साइबर ठगी बताते हुए सतर्क रहने की सलाह दी.
अन्य महत्वपूर्ण निर्देश:
- मेडिकल अवकाश पर वेतन: गोपालगंज की शिक्षिका राधिका शर्मा की शिकायत पर एसीएस ने स्पष्ट किया कि वैध मेडिकल अवकाश पर वेतन रोकना गलत है (जब तक ‘नो पे लीव’ न हो). वैध अवकाश में वेतन भुगतान सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए.
- रिक्त पदों पर बहाली: मधुबनी के एक नागरिक द्वारा टोला सेवक/मरकज सेवक पदों की रिक्तियों को छिपाने की शिकायत पर, एसीएस ने कहा कि जहां कोर्ट केस लंबित नहीं हैं, वहां बहाली शीघ्र होगी. इसकी गंभीरता से समीक्षा अगले सप्ताह की जाएगी.