बीजेपी का RJD पर निशाना: डोमिसाइल नीति का दिखावा, बहू भी बाहर से, सांसद भी बाहर से

पटना: बिहार में सरकारी नौकरियों और शैक्षणिक संस्थानों में स्थानीय लोगों के लिए 90% आरक्षण की मांग को लेकर छात्रों द्वारा डोमिसाइल नीति के समर्थन में मार्च निकाला गया. इस बीच, बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने विपक्षी दल राष्ट्रीय जनता दल (RJD) और उसके नेता तेजस्वी यादव पर निशाना साधते हुए गंभीर आरोप लगाए.
जायसवाल ने आरोप लगाया कि RJD की डोमिसाइल नीति की बातें महज “दिखावा” हैं. उन्होंने तेजस्वी यादव पर दोहरे चरित्र का आरोप लगाते हुए कहा, “वे डोमिसाइल नीति की बात करते हैं, लेकिन अपने ही दल और परिवार में इस नीति को क्यों नहीं अपनाते” जायसवाल ने तीखे स्वर में उदाहरण देते हुए कहा, आरजेडी ने हरियाणा के संजय यादव को राष्ट्रीय नेतृत्व में जगह दी, राज्यसभा में बाहरी लोगों को भेजा और तेजस्वी जी ने विवाह भी बिहार से बाहर किया. क्या बिहार में योग्य यादव लड़कियाँ नहीं थीं?
बीजेपी नेता ने यह भी सवाल उठाया कि जब RJD पहले सत्ता में थी या गठबंधन सरकार का हिस्सा थी, तब उसने डोमिसाइल नीति क्यों नहीं लागू की उन्होंने कहा, अब चुनाव में 100% डोमिसाइल की बात कर रहे हैं। ये दोहरा चरित्र है.
जाति जनगणना पर सवाल:
तेजस्वी यादव द्वारा जाति के साथ वर्ण आधारित जनगणना की मांग पर जायसवाल ने भी सवाल उठाए. उन्होंने कहा कि तेजस्वी को इसकी जानकारी नहीं है कि जाति और वर्ण दोनों की गणना कैसे और किस उद्देश्य से होगी.
चिराग पासवान पर टिप्पणी:
लोकजनशक्ति पार्टी (रामविलास) के अध्यक्ष चिराग पासवान के विधानसभा चुनाव लड़ने के संभावित प्रभाव पर जायसवाल ने कहा कि बीजेपी इससे सहज है. हालाँकि, उन्होंने विक्रमगंज की एक सभा में चिराग द्वारा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पक्ष में और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विकास के मॉडल की प्रशंसा में दिए गए भाषण को “कार्यकर्ताओं का उत्साही भाषण” बताते हुए कहा कि ऐसे भाषण को सच नहीं माना जा सकता. उन्होंने कहा कि चिराग जब खुद कुछ कहेंगे, तभी उसे गंभीरता से लिया जाएगा.