गंगा दशहरा विशेष: शिवलिंग अभिषेक की ये 9 खास विधियां दूर करेंगी जीवन के हर संकट

गंगा दशहरा:हिंदू पंचांग के अनुसार, 16 ज्येष्ठ (5 जून 2025) को गंगा दशहरा का पावन पर्व मनाया जाएगा. यह वह दिवस है जब मां गंगा भगवान शिव की जटाओं से निकलकर धरती पर अवतरित हुईं. इसलिए इस दिन गंगा पूजन के साथ शिवलिंग अभिषेक का विशेष महत्व है. मान्यता है कि गंगा दशहरा पर विधि-विधान से किया गया शिव अभिषेक जीवन के सभी संकटों से मुक्ति दिलाता है.
संकटों का नाश करने वाली अभिषेक विधियां:
जानिए, किस चीज से शिवलिंग का अभिषेक करने पर कौन-सा अनूठा लाभ प्राप्त होता है:
- गंगाजल से अभिषेक:
- लाभ: समस्त मनोकामनाएं पूर्ण.
- विकल्प: गंगाजल न मिले तो सामान्य जल से भी अभिषेक करें.
- दूध से अभिषेक:
- लाभ: मानसिक शांति, उलझनों से मुक्ति, पारिवारिक व वैवाहिक जीवन में सुख.
- दही से अभिषेक:
- लाभ: प्रेम जीवन की बाधाएं दूर, भौतिक सुखों की प्राप्ति.
- घी से अभिषेक:
- लाभ: उत्तम स्वास्थ्य, दीर्घायु और शारीरिक स्फूर्ति.
- गन्ने के रस से अभिषेक:
- लाभ: व्यापार में मुनाफा, करियर में उन्नति, धन लाभ एवं आर्थिक समृद्धि.
- काले तिल मिले जल से अभिषेक:
- लाभ: शनि दोष शांति, जीवन की जटिल समस्याओं का समाधान.
- शहद से अभिषेक:
- लाभ: धनागमन में वृद्धि, सभी प्रकार के कर्ज से मुक्ति.
- भस्म से अभिषेक:
- लाभ: नकारात्मक ऊर्जा, बुरी शक्तियों एवं भय का नाश.
- बेलपत्र/धतूरा से अभिषेक:
- लाभ: शिवजी को अतिप्रिय ये चीजें शत्रुओं पर विजय दिलाने में सहायक.
क्यों है यह दिन विशेष?
गंगा दशहरा सिर्फ नदी के अवतरण का ही नहीं, बल्कि आध्यात्मिक शुद्धि और कल्याण का पर्व है. इस दिन शिवलिंग का अभिषेक गंगा के पावन जल के साथ ही विभिन्न पदार्थों से करना, उनकी दिव्य कृपा पाने का सशक्त माध्यम माना जाता है. शास्त्रों के अनुसार, यह अभिषेक भक्त के जीवन से अज्ञानता और दुख के अंधकार को दूर करता है.