मिस वर्ल्ड 2025 बनीं ओपल सुचाता की भारत से विशेष लगाव, राम मंदिर दर्शन की जताई इच्छा

नई दिल्ली/हैदराबाद:थाईलैंड की ओपल सुचाता चुआंगसरी ने मिस वर्ल्ड 2025 का खिताब जीतकर इतिहास रच दिया है। यह थाईलैंड की पहली बड़ी ब्यूटी पेजेंट जीत है और ओपल की सफलता से न केवल उनके देश में खुशी की लहर है, बल्कि भारत में भी वह चर्चा का विषय बनी हुई हैं। मिस वर्ल्ड बनने के बाद ओपल ने भारत के प्रति अपने विशेष लगाव को जाहिर करते हुए अयोध्या स्थित राम मंदिर के दर्शन की इच्छा जताई है।
भारत के मंदिरों से आकर्षित हैं ओपल
एक इंटरव्यू में ओपल सुचाता ने कहा कि भारत के मंदिर, उसकी संस्कृति और परंपराएं उन्हें बेहद आकर्षित करती हैं। उन्होंने कहा, “मैं भारत के कई मंदिरों को देखना चाहती हूं, क्योंकि ये स्थान न केवल खूबसूरत हैं, बल्कि आध्यात्मिक दृष्टि से भी बहुत समृद्ध हैं। राम मंदिर मेरी लिस्ट में सबसे ऊपर है। भारत और थाईलैंड की सांस्कृतिक जड़ें गहराई से जुड़ी हैं, और इन स्थानों को देखना मेरे लिए एक खास अनुभव होगा।”
भारत-थाईलैंड के सांस्कृतिक रिश्ते
भारत और थाईलैंड के सांस्कृतिक संबंध सदियों पुराने हैं। थाईलैंड में भारतीय महाकाव्य ‘रामायण’ को ‘रामकियेन’ कहा जाता है, जो वहां की शिक्षा, कला और परंपराओं का महत्वपूर्ण हिस्सा है। ‘रामकियेन’ में हनुमान जी को विशेष स्थान प्राप्त है, और उन्हें थाई संस्कृति में बेहद सम्मानजनक और चंचल रूप में दर्शाया गया है।
हैदराबाद की महिलाओं से मिली प्रेरणा
मिस वर्ल्ड 2025 का भव्य फिनाले तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद में आयोजित किया गया था। ओपल ने इस आयोजन को लेकर भी अपना अनुभव साझा किया। उन्होंने कहा, “तेलंगाना की महिलाएं बेहद प्रेरणादायक हैं। उनकी हिम्मत, आत्मविश्वास और जीवन के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण ने मुझे प्रभावित किया। मुझे उनसे बहुत प्यार और सहयोग मिला, और मैं चाहती हूं कि मैं भी उनकी तरह ताकतवर बनूं।”
भारत की नंदिनी गुप्ता पहुंचीं टॉप-20 में
इस साल मिस वर्ल्ड प्रतियोगिता में दुनियाभर से 108 कंटेस्टेंट्स ने हिस्सा लिया। भारत की ओर से नंदिनी गुप्ता ने प्रतियोगिता में भाग लिया और टॉप-20 तक जगह बनाने में सफल रहीं, हालांकि वह खिताब नहीं जीत सकीं।
जीत पर ओपल सुचाता का भावुक संदेश
अपनी ऐतिहासिक जीत के बाद ओपल सुचाता ने भावुक होकर कहा, “यह मेरे लिए एक सपने के सच होने जैसा है। थाईलैंड ने इस ताज के लिए 70 साल का लंबा इंतजार किया है। मुझे गर्व है कि मैं अपने देश को यह सम्मान दिला सकी। यह जीत केवल मेरी नहीं, बल्कि मेरे देश के हर नागरिक की है।”