तेज प्रताप का भावुक संदेश: “मम्मी-पापा, आप हैं तो सबकुछ है!”; पार्टी के ‘जयचंदों’ पर साधा निशाना

तेज प्रताप ने अपनी पोस्ट में मां राबड़ी देवी और पिता लालू यादव के प्रति गहरी भावनाएं प्रकट कीं, साथ ही पार्टी के भीतर मौजूद ‘जयचंदों’ को भी निशाने पर लिया।
पटना: राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के भीतर चल रही उठापटक ने तब नया मोड़ ले लिया, जब पार्टी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने अपने ही बेटे तेज प्रताप यादव को पार्टी से छह साल के लिए निष्कासित कर दिया। इस फैसले के बाद तेज प्रताप ने अपने माता-पिता को समर्पित एक भावुक संदेश सोशल मीडिया पर साझा किया, जिसमें उन्होंने पार्टी के अंदर मौजूद ‘जयचंदों’ की ओर भी इशारा किया है।
क्या कहा तेज प्रताप ने?
तेज प्रताप यादव ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) पर एक मार्मिक पोस्ट शेयर करते हुए लिखा:
“मेरे प्यारे मम्मी-पापा… मेरी सारी दुनिया बस आप दोनों में ही समाई है। भगवान से बढ़कर हैं आप और आपका दिया कोई भी आदेश। आप हैं तो सब कुछ है मेरे पास। मुझे सिर्फ आपका विश्वास और प्यार चाहिए, ना कि कुछ और।”
“पापा आप नहीं होते तो ना ये पार्टी होती और ना मेरे साथ राजनीति करने वाले कुछ जयचंद जैसे लालची लोग। बस मम्मी-पापा आप दोनों स्वस्थ और खुश रहें हमेशा।”
<blockquote class=”twitter-tweet”><p lang=”hi” dir=”ltr”>मेरे प्यारे मम्मी पापा….<br>मेरी सारी दुनिया बस आपदोनों में ही समाई है।भगवान से बढ़कर है आप और आपका दिया कोई भी आदेश।आप है तो सबकुछ है मेरे पास।मुझे सिर्फ आपका विश्वास और प्यार चाहिए ना कि कुछ और।पापा आप नही होते तो ना ये पार्टी होती और ना मेरे साथ राजनीति करने वाले कुछ जयचंद जैसे…</p>— Tej Pratap Yadav (@TejYadav14) <a href=”https://twitter.com/TejYadav14/status/1928963987959591414?ref_src=twsrc%5Etfw”>May 31, 2025</a></blockquote> <script async src=”https://platform.twitter.com/widgets.js” charset=”utf-8″></script>
इस पोस्ट को स्पष्ट तौर पर उनके निष्कासन के फैसले के बाद की प्रतिक्रिया माना जा रहा है, जिसमें उन्होंने एक ओर माता-पिता के प्रति प्रेम और आदर जताया, वहीं दूसरी ओर पार्टी में अंदरूनी षड्यंत्र और गुटबाजी की ओर संकेत भी कर दिया।
तेज प्रताप को क्यों निकाला गया पार्टी से?
हाल ही में तेज प्रताप यादव का फेसबुक अकाउंट विवादों में आ गया था। उनके अकाउंट से एक तस्वीर और पोस्ट शेयर की गई थी, जिसमें वह एक महिला के साथ नजर आ रहे थे और दावा किया गया कि वे 12 साल से रिलेशनशिप में हैं। इस पोस्ट के बाद सोशल मीडिया पर हंगामा मच गया।
कुछ ही समय में यह पोस्ट वायरल हो गई और पार्टी की छवि पर सवाल उठने लगे। इसके तुरंत बाद लालू प्रसाद यादव ने सख्त कदम उठाते हुए तेज प्रताप को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से 6 साल के लिए निलंबित कर दिया।
तेज प्रताप ने इस पूरे विवाद पर सफाई देते हुए कहा कि उनका अकाउंट हैक कर लिया गया था। उन्होंने तस्वीर को फेक बताया और कहा कि यह AI (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) की मदद से बनाया गया है ताकि उनकी छवि को खराब किया जा सके।
‘जयचंदों’ का क्या मतलब है तेज प्रताप के पोस्ट में?
अपने पोस्ट में तेज प्रताप यादव ने जिन ‘जयचंदों’ का जिक्र किया है, वह दरअसल भारतीय इतिहास के उस पात्र की ओर संकेत करता है, जिसे धोखेबाज और विश्वासघाती के रूप में जाना जाता है। इस शब्द का इस्तेमाल वे उन लोगों के लिए कर रहे हैं, जो उनके अनुसार पार्टी के भीतर रहकर उनके खिलाफ साजिश रच रहे हैं।
राजनीतिक जानकारों का मानना है कि तेज प्रताप का यह बयान स्पष्ट रूप से यह दर्शाता है कि RJD के भीतर आपसी खींचतान और गुटबाजी अपने चरम पर है।
फिलहाल तेज प्रताप ने यह साफ कर दिया है कि उनके लिए सबसे अहम उनकी मां-पिता का प्यार और विश्वास है, भले ही राजनीतिक मंच से उन्हें अस्थायी तौर पर दूर कर दिया गया हो।