बिहार विधानसभा चुनाव से पहले सियासी संग्राम तेज, RJD ने NDA सरकार से मांगा 20 साल का हिसाब

बिहार में इस साल होने वाले विधानसभा चुनाव में NDA और महागठबंधन (RJD-Congress-Left) के बीच सीधी टक्कर होने की उम्मीद है। जबकि NDA सरकार “डबल इंजन” के विकास मॉडल का दावा कर रही है, RJD नेता तेजस्वी यादव इसे “डबल धोखा” बता रहे हैं।
पटना: बिहार में इस साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले सियासी तापमान चरम पर है। सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच बयानबाज़ी, पोस्टर वॉर और सोशल मीडिया पर जुबानी हमला तेज़ हो गया है। खास तौर पर राष्ट्रीय जनता दल (राजद) ने डबल इंजन सरकार यानी एनडीए (NDA) पर तीखा हमला बोला है। राजद ने सीधे तौर पर 20 साल के शासन का हिसाब मांगते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा है।
राजद का हमला: जनता पूछेगी सवाल, देना पड़ेगा जवाब
राजद ने एक्स (पूर्व ट्विटर) पर एक पोस्टर शेयर करते हुए लिखा —
“बिहार को डबल इंजन की खटारा सरकार से क्या मिला?”
इस पोस्टर में एक जर्जर कार के भीतर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बैठे हुए दिखाई दे रहे हैं। साथ में लिखा गया —
“अब बिहार ठगा नहीं जाएगा। जनता पूछेगी सवाल, देना पड़ेगा जवाब।”
इस व्यंग्यात्मक चित्र के ज़रिए राजद ने यह दिखाने की कोशिश की कि बिहार की डबल इंजन सरकार अब पुरानी और बेअसर हो चुकी है। उन्होंने इसे एक “खटारा गाड़ी” बताया, जो अब और नहीं चल सकती।
<blockquote class=”twitter-tweet” data-media-max-width=”560″><p lang=”hi” dir=”ltr”>2005–2025: बिहार को डबल इंजन की खटारा सरकार से क्या मिला?<br><br>🧳 पलायन<br>🔫 अपराध <br>📉 बेरोज़गारी <br>🏥 स्वास्थ्य की बदहाली<br>📚 शिक्षा में गिरावट <br>🚫 महिला असुरक्षा<br>💰 भ्रष्टाचार <br>👮 पुलिसिया अत्याचार <br>💸 घोटाले पर घोटाले <br>🚗 पुरानी जर्जर गाड़ी अब नहीं चल सकती… <br><br>बिहार अब ठगाया नहीं… <a href=”https://t.co/ZA7VX2sC3g”>pic.twitter.com/ZA7VX2sC3g</a></p>— Rashtriya Janata Dal (@RJDforIndia) <a href=”https://twitter.com/RJDforIndia/status/1928697557645197708?ref_src=twsrc%5Etfw”>May 31, 2025</a></blockquote> <script async src=”https://platform.twitter.com/widgets.js” charset=”utf-8″></script>
तेजस्वी यादव ने संभाला मोर्चा
राजद की ओर से हमलावर भूमिका में तेजस्वी यादव हैं। वे लगातार सोशल मीडिया पर पोस्ट कर रहे हैं, जिसमें वे सरकार की नाकामियों को उजागर कर रहे हैं। उन्होंने जनता से सीधा संवाद बनाने के लिए वीडियो, पोस्टर, कार्टून और आंकड़ों का सहारा लिया है।
राजद ने उठाए ये प्रमुख मुद्दे:
राजद ने एनडीए सरकार पर हमला करते हुए जिन मुद्दों को प्रमुखता से उठाया है, वे इस प्रकार हैं:
- पलायन:
लाखों युवा रोज़गार की तलाश में राज्य से बाहर पलायन करने को मजबूर हैं। - कानून-व्यवस्था:
हत्या, लूट, बलात्कार और अपहरण की घटनाएं लगातार चिंता का विषय बनी हुई हैं। - बेरोज़गारी:
सरकार नौकरियों के झूठे वादे करती है, लेकिन हकीकत में युवाओं को रोज़गार नहीं मिल रहा। - स्वास्थ्य और शिक्षा की बदहाली:
अस्पतालों की स्थिति खराब है, प्राथमिक स्कूलों में सुविधाओं की भारी कमी है। - भ्रष्टाचार:
सरकारी योजनाओं में भ्रष्टाचार का बोलबाला है, लाभार्थियों तक सही तरीके से सुविधाएं नहीं पहुंच रही हैं। - पुलिसिया अत्याचार:
राजद का आरोप है कि पुलिस के रवैये में जनता के प्रति संवेदनशीलता की कमी है और निर्दोष लोगों पर अत्याचार हो रहे हैं।
सत्ता पक्ष की प्रतिक्रिया
वहीं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और भाजपा का दावा है कि राज्य में विकास की गति तेज़ हुई है। वे कह रहे हैं कि पूर्ववर्ती लालू-राबड़ी सरकार के दौर में राज्य में अराजकता थी, और एनडीए ने राज्य को पटरी पर लाया है।
भाजपा की ओर से लालू यादव के कार्यकाल को “जंगल राज” कहकर हमला किया जा रहा है। सत्ता पक्ष का फोकस है — सड़क, बिजली, शिक्षा और स्वास्थ्य में हुए विकास कार्यों को गिनाना।
सीधी टक्कर: NDA बनाम महागठबंधन
बिहार में इस बार सीधी लड़ाई एनडीए (भाजपा + जदयू + सहयोगी दल) और महागठबंधन (राजद + कांग्रेस + वामपंथी दल) के बीच मानी जा रही है।
महागठबंधन की कमान तेजस्वी यादव के हाथों में है, जो खुद को युवाओं का प्रतिनिधि और बदलाव का चेहरा पेश कर रहे हैं।
राजद का दावा है कि वह सिर्फ विरोध नहीं कर रही, बल्कि मुद्दों पर आधारित राजनीति कर रही है।