शुक्रवार को बन रहा है शुभ संयोग, रवि योग और पुनर्वसु नक्षत्र के साथ रखा जाएगा गणेश चतुर्थी व्रत

30 मई 2025 का पंचांग: विनायक चतुर्थी व्रत और रवि योग का महायोग, जानिए दिनभर के शुभ मुहूर्त, राहुकाल और सूर्य समय
30 मई 2025 का पंचांग: शुक्रवार को आस्था और शुभ कार्यों के लिए विशेष रूप से फलदायी माना जा रहा है। इस दिन ज्येष्ठ शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि है और वैनायकी श्री गणेश चतुर्थी व्रत का पर्व मनाया जाएगा। साथ ही रवि योग और पुनर्वसु नक्षत्र का संयोग इस दिन को और भी पावन बना रहा है।
विशेष जानकारी:
- तिथि: ज्येष्ठ शुक्ल पक्ष की चतुर्थी, जो रात 9:23 बजे तक रहेगी।
- वार: शुक्रवार
- नक्षत्र: पुनर्वसु, रात 9:29 बजे तक
- योग: रवि योग, रात 9:30 बजे तक
- व्रत-त्योहार: वैनायकी गणेश चतुर्थी व्रत
मान्यता है कि रवि योग में किया गया कोई भी कार्य विघ्नरहित और सफल होता है। सूर्य की शुभ ऊर्जा से भरपूर यह योग सभी बाधाओं को समाप्त करने वाला माना जाता है।
सूर्योदय और सूर्यास्त का समय:
- सूर्योदय: सुबह 5:24 बजे
- सूर्यास्त: शाम 7:13 बजे
राहुकाल (इस समय शुभ कार्य न करें):
शहर | राहुकाल का समय |
दिल्ली | 10:35 AM – 12:19 PM |
मुंबई | 10:57 AM – 12:36 PM |
चंडीगढ़ | 10:36 AM – 12:20 PM |
लखनऊ | 10:21 AM – 12:04 PM |
भोपाल | 10:37 AM – 12:18 PM |
कोलकाता | 09:54 AM – 11:34 AM |
अहमदाबाद | 10:56 AM – 12:37 PM |
चेन्नई | 10:30 AM – 12:06 PM |
व्रत विशेष:
वैनायकी गणेश चतुर्थी व्रत पर भगवान गणेश की पूजा कर बुद्धि, सुख और सफलता की प्राप्ति की जाती है। इस दिन व्रत करने से विघ्नों का नाश होता है और जीवन में मंगलकारी परिणाम मिलते हैं।