बिहार: हथियारबंद बदमाशों ने हम पार्टी नेता विकास साह का किया अपहरण, 24 घंटे बाद भी सुराग नहीं

बेगूसराय में फायरिंग करते हुए हथियार के बल पर जीतन राम मांझी की पार्टी के नेता का अपहरण कर लिया गया। 24 घंटे बाद भी पुलिस को कोई सुराग नहीं मिला है।
बेगूसराय – बिहार के बेगूसराय जिले में अपराधियों के हौसले बुंलद है। केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी की पार्टी “हम” के प्रखंड अध्यक्ष विकास साह को शनिवार की देर रात हथियारबंद बदमाशों ने उनके घर से जबरन उठा लिया। फायरिंग करते हुए अपराधी नेता को खींच कर गंगा किनारे दियारा की ओर ले गए। घटना को 24 घंटे बीतने के बावजूद अब तक विकास साह का कोई पता नहीं चल पाया है। परिजन अनहोनी की आशंका से भयभीत हैं।
आधी रात को दरवाजे पर टूटा कहर
घटना साहेबपुर कमाल थाना क्षेत्र के संदलपुर गांव की है, जहां शनिवार रात कुख्यात बदमाश डब्ल्यू यादव करीब एक दर्जन साथियों के साथ पहुंचा। बदमाशों ने पहले घर के बाहर अंधाधुंध फायरिंग की और फिर जबरदस्ती विकास साह को खींचकर ले गया। बताया जा रहा है कि यह हमला आपसी विवाद की वजह से हुआ, जिसमें कुछ दिन पहले विकास साह की मां और डब्ल्यू यादव के बीच कहासुनी हुई थी।
पुलिस छानबीन में जुटी, लेकिन कोई ठोस जानकारी नहीं
अपहरण की सूचना मिलते ही देर रात पुलिस अधीक्षक (एसपी) मनीष अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे और छानबीन शुरू की। रविवार को भी एसपी ने संदलपुर और आसपास के दियारा इलाके में छापेमारी की, मगर अभी तक विकास साह के बारे में कोई सुराग हाथ नहीं लगा है। इस बीच, घटना स्थल के पास खून के निशान मिलने से परिजन और भी ज्यादा दहशत में हैं।
राजनीतिक पृष्ठभूमि से जुड़ा विवाद
बताया जा रहा है कि अपहरण की इस घटना की जड़ें राजनीतिक टकराव से जुड़ी हैं। विकास साह की मां वार्ड सदस्य हैं, जबकि डब्ल्यू यादव की पत्नी पंचायत की सरपंच है। चार दिन पहले दोनों पक्षों के बीच तीखी बहस हुई थी, जिसके बाद यह घटना सामने आई। डब्ल्यू यादव को इलाके में कुख्यात अपराधी माना जाता है।
प्रशासन की सख्ती पर उठे सवाल
विकास साह के परिजनों ने प्रशासन से जल्द कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने कहा कि अगर समय पर ठोस कदम नहीं उठाया गया, तो वे आंदोलन के लिए बाध्य होंगे। फिलहाल, पुलिस इस मामले को गंभीरता से लेते हुए हर संभव प्रयास में जुटी है, लेकिन विकास साह की सलामती को लेकर परिजन बेहद चिंतित हैं।